फर्रुखाबाद:(राजेपुर संवाददाता) शनिवार को (सीएचसी) सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र राजेपुर में शनिवार को महिला नसवंदी शिविर का आयोजन किया गया |इस शिविर में 33 महिलाओं ने नसवंदी के लिए अपना रजिस्ट्रेशन करवाया, जिसमे 24 महिलाओं की नसवंदी हुई, 9 महिलाओं को अस्वस्थ होने के कारण मना कर दिया गया |
परिवार नियोजन कार्यक्रम के नोडल अधिकारी एसीएमओ डा. दलवीर सिंह ने बताया कि 1 अप्रैल 2021 से 31 अक्तूबर 2021 तक जनपद में 100 महिलाओं ने नसवंदी, 1 पुरुष नसबंदी, 5,171 महिलाओं ने पीपीआईयूसीडी, 4,540 महिलाओं ने आईयूसीडी, और 2,542 महिलाओं ने त्रैमासिक गर्भ निरोधक इंजेक्शन अंतरा को अपनाया है | एसीएमओ ने कहा कि नसबंदी के मामले में पुरुष अपनी भूमिका नहीं निभा रहे हैं जबकि परिवार को सही दिशा की ओर ले जाने की जिम्मेदारी पुरुष की होती है |लेकिन आज पुरुषों की तुलना में महिलाएं प्रत्येक काम में आगे चल रही हैं चाहे जो भी काम हो | डॉ० सिंह ने कहा इस समय पुरुष नसबंदी पखवाड़ा चल रहा है जिसके अंतर्गत सोमवार से 4 दिसम्बर तक सिविल अस्पताल लिंजीगंज में शिविर लगाकर पुरुष नसबंदी की जाएगी जो भी व्यक्ति अपनी नसबंदी कराना चाहता है इन दिनों में जाकर करा सकता है |
सीएचसी के प्रभारी चिकित्सा अधिकारी डॉ० प्रमित राजपूत ने बताया कि ‘FRHSI ’ संस्था (काट टीम) के द्वारा महिला नसबंदी शिविर लगाया गया । इस शिविर का आयोजन डॉ आशा अरोरा, स्टाफ नर्स नीरज, मनीषा, काउंसलर खुशबु,, प्रोग्राम एग्जीक्यूटिव जीशान और देवेन्द्र की देखरेख में किया गया | जबकि डॉ० राममनोहर लोहिया महिला अस्पताल में प्रतिदिन परिवार नियोजन के साधन इच्छा अनुसार दिए जा रहे हैं। बताते चलें कि मिशन परिवार विकास कार्यक्रम के तहत आने वाले जिलों में नसबंदी अपनाने वाले पुरुषों को प्रोत्साहन राशि के रुप में 3,000 रुपये और महिलाओं को 2,000 रूपये की राशि दी जाती है। साथ ही नसबंदी के लिए दंपति को अस्पताल लाने वाली आशाओं को पुरुष नसबंदी पर 400 रुपये और महिला नसबंदी पर 300 रुपये की प्रोत्साहन राशि भी दी जाती है। पीपीआईयूसीडी लगवाने वाली महिला को 300 रूपयेऔर सेवा प्रदाता को 150 रूपये की धनराशि दी जाती है | अंतरा इंजेक्शन अपनाने वाली महिलाओं को 100 रुपये की राशि दी जाती है। वहीं इन महिलाओं को लाने वाली आशा कार्यकर्ता को 100 रुपये प्रोत्साहन राशि दी जाती है। इस बीपीएम रोहित सिंह, उत्तर प्रदेश तकनीकी सहयोग इकाई से जिला परिवार नियोजन विशेषज्ञ रिजवान अली ने तकनीकी सहयोग दिया |