गंगा चेतावनी बिंदु से केबल 5 सेंटीमीटर दूर, ग्रामीण भयभीत

FARRUKHABAD NEWS जिला प्रशासन सामाजिक

फर्रुखाबाद:(राजेपुर संवाददाता) लगातार हो रही बारिश से गंगा में एक बार फिर से बाढ़ आने के आसार बनने लगे हैं। कटरी क्षेत्र के ग्रामीणों में दहशत का माहौल है। ग्रामीण अभी से कपड़े, अनाज को सुरक्षित स्थान पर पहुंचाने में लग गए हैं। पिछले लगभग 24 घंटे में गंगा का जलस्तर 35 सेंटीमीटर बढ़कर 136.55 मीटर पर पंहुच गया है|
पहाड़ों में हुई लगातार बारिश से गंगा नदी का जलस्तर में तेजी से इजाफा हो रहा है। गंगा में आ रहे उफान से तराई इलाके के गांवों के लोगों के माथे पर चिता की लकीरें दिखने लगी हैं। पिछले वर्ष गंगा की तलहटी में बसे गांवों में आई बाढ़ को यादकर लोग भयभीत हैं। बाढ़ प्रभावित गांवों में समस्याओं से निपटने के लिए जिला प्रशासन पूरी तरह तैयारी की बात कह रहा है।
राजेपुर क्षेत्र गंगा तीसराम की मडैया, गोटिया, भुड़न की मड़ैया, चाचूपुर, जमापुर के निकट गंगा की बाढ़ का पानी पहुंच गया है|  तीसराम मडैया में गंगा का जलस्तर बढ़ने से एक दर्जन मकान बहाव की चपेट में आने के आसार हैं| ग्रामीण अपने मकान छोड़कर खेतों में झोपड़ी डालकर रहने को मजबूर हैं|ग्रामीण मजीत पुत्र रमेश, विनोद पुत्र रामनिवास, राजेश पुत्र रामनिवास, अनार सिंह पुत्र रंगलाल, अशोक पुत्र सुरेश राम, राजेश पुत्र रमेश, विकेश पुत्र रमेश चंद्र पाल,  सहित लगभग एक दर्जन से ज्यादा लोग खेतों में निवास कर रहे हैं| कुछ ग्रामीणों ने गंगा से दूरी पर पक्के मकान बनाए थे लेकिन उनके मकान तक भी गंगा का पानी दस्तक दे चुका है| सैकड़ों बीघा फसल मक्का व मूंगफली की जलमग्न हो चुकी है| कटान भी जोरों पर है ग्रामीणों ने बताया कि अभी तक तीसराम की मडैया में कोई आलाधिकारी देखने तक नहीं आया है|
चेतावनी बिंदु को छु रहा गंगा का जल गंगा का जलस्तर 
गंगा का जलस्तर एक मीटर 35 सेंटीमीटर बढ़कर 136.55 मीटर पर पहुंच गया है।गंगा का चेतावनी बिंदु 136.60 मीटर पर दर्ज है। बीते दिन गंगा का जलस्तर 136.20 था| नरौरा बांध से गंगा में 214807 क्यूसेक पानी और छोड़ा गया है। जिससे गंगा का जलस्तर और बढ़ने की आशंका है।
एसडीएम अमृतपुर नरेन्द्र कुमार नें जेएनआई को बताया कि हरसिंहपुर कायस्थ में कटान हुआ था तो तो वहां के कुछ ग्रामीणों को ऊँची जगह सिफ्ट किया गया है| तीसराम की मडैया व चाचूपुर जटपूरा में दो-तीन परिवार बाढ़ की चपेट में आ रहे थे उन्हें सुरक्षित किया गया है|