कुलदीप सिंह सेंगर की पत्नी को बीजेपी नें उन्नाव से दिया जिला पंचायत का टिकट

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लखनऊ: उन्नाव के बहुचर्चित माखी कांड में दुष्कर्म तथा पीड़िता के पिता की हत्या के मामले में आजीवन कारावास की सजा झेल रहे कुलदीप सिंह सेंगर के प्रति भारतीय जनता पार्टी का प्रेम एक बार फिर उमड़ा है। दुष्कर्म में दोषी पाए जाने के बाद से भाजपा से निष्काषित कुलदीप सिंह सेंगर की पत्नी निवर्तमान जिला पंचायत अध्यक्ष संगीता सेंगर को एक बार फिर मैदान में उतारा है। बांगरमऊ से विभिन्न पार्टी से चार बार विधायक रहे सेंगर की पत्नी उन्नाव के फतेहपुर चौरासी से जिला पंचायत सदस्य का चुनाव लड़ेंगी। उनको टिकट देने के फैसले का उन्नाव में भाजपा के नेता दबे स्वर में विरोध भी कर रहे हैं।
भारतीय जनता पार्टी उत्तर प्रदेश ने गुरुवार को तीसरे चरण के जिला पंचायत के चुनाव के लिए प्रत्याशी का नाम घोषित किया। इस सूची में संगीता सेंगर का नाम देखने के बाद सभी हैरत में हैं। भाजपा परिवारवाद के खिलाफ काम करने वाली पार्टी मानी जाती है, ऐसे में विवादित कुलदीप सिंह सेंगर की पत्नी को टिकट देकर विपक्ष को मौका दिया है। पार्टी ने संगीता को उन्नाव में जिला पंचायत सदस्य का प्रत्याशी बनाया है। संगीता सेंगर उन्नाव से पहले भी जिला पंचायत अध्यक्ष थीं। भाजपा ने उन्हेंं दोबारा टिकट दिया है। संगीता को उन्नाव के फतेहपुर चौरासी तृतीय से टिकट दिया गया है। उन्नाव में तीसरे चरण यानी 24 अप्रैल को चुनाव होंगे।
भाजपा ने गुरुवार को उन्नाव के जिला पंचायत के 51 वार्डों के प्रत्याशियों की सूची जारी की। भाजपा प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह ने माखी कांड में सजायाफ्ता पूर्व विधायक कुलदीप सिंह की पत्नी संगीता सेंगर को भी प्रत्याशी बनाया है। संगीता सेंगर निवर्तमान जिला पंचायत अध्यक्ष हैं और फतेहपुर चौरासी तृतीय क्षेत्र से जिला पंचायत सदस्य के लिए प्रत्याशी होंगी। इसके साथ पूर्व जिलाध्यक्ष आनंद अवस्थी सरोसी प्रथम व नवाबगंज के निवर्तमान ब्लाक प्रमुख अरुण सिंह औरास द्वितीय से भाजपा प्रत्याशी के रूप में चुनाव मैदान में होंगे।
विरोध से सुर भी तेज : उन्नाव में हसनगंज में भाजपा समॢथत प्रत्याशियों की सूची जारी होने के बाद विरोध के सुर भी फूटने लगे हैं। यहां भाजपा में दावेदारों की सबसे लंबी-चौड़ी फौज थी। जिसे प्रत्याशी बनाया गया, उसके खेमे में खुशी की लहर दौड़ गई। अन्य खेमे के भाजपाई विरोध पर उतर आए और टिकट बंटवारे को लेकर गंभीर आरोप लगाते हुए हार निश्चित होने का दावा कर रहे हैं। यहां एक तरह से भाजपा में अब अपनों के बीच में ही घमासान शुरू हो गया है। चुनावी जंग में उतरने से पहले ही अपनों के बीच टक्कर होने से बड़ों-बड़ों की प्रतिष्ठा दांव पर लग गई है।
कौन हैं कुलदीप सिंह सेंगर : कुलदीप सिंह सेंगर उन्नाव की सदर के साथ ही बांगरमऊ क्षेत्र से विधायक रहे हैं। वह भाजपा के साथ ही समाजवादी पार्टी व बसपा से भी विधायक रहे। वर्ष 2017 में उन्नाव में दुष्कर्म कांड के मामले में कुलदीप सिंह सेंगर को गिरफ्तार किया गया। इसके बाद भाजपा ने 2019 में सेंगर को पार्टी से बाहर कर दिया। इसके बाद सेंगर को दुष्कर्म और अपहरण के मामले में उम्रकैद की सजा सुनाई गई। इसके साथ ही दुष्कर्म पीडि़ता के पिता की हत्या के मामले में भी सेंगर को समेत सभी दोषियों को दस वर्ष कैद की सजा दी गई है।
पंचायत चुनाव लड़ रहे भाजपा पदाधिकारी पदमुक्त: पंचायत चुनाव लड़ रहे भाजपा के एक दर्जन से अधिक पदाधिकारियों के त्याग-पत्र स्वीकार करते हुए प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्रदेव ङ्क्षसह ने उन्हें पदमुक्त कर दिया है। इससे पहले ललितपुर और अंबेडकरनगर के जिलाध्यक्षों को हटाकर उनके स्थान पर नए जिलाध्यक्षों की तैनाती की जा चुकी है। प्रदेश उपाध्यक्ष व पंचायत चुनाव प्रभारी विजय बहादुर पाठक ने बताया कि विभिन्न पदाधिकारियों ने पंचायत चुनाव में पार्टी प्रत्याशी घोषित होने के साथ ही अपने पद से त्याग पत्र दिया था, जिसे प्रदेश अध्यक्ष ने स्वीकार कर लिया है। पाठक ने बताया कि ब्रज क्षेत्र के क्षेत्रीय उपाध्यक्ष राजेश्वर पटेल एवं क्षेत्रीय कार्यसमिति सदस्य बबिता दिवाकर व सत्यदेव दुबे का त्यागपत्र स्वीकार किया गया है।
jइसके साथ ही कानपुर क्षेत्र से क्षेत्रीय मंत्री जयन्ती देवी वर्मा, पूनम शंखवार व जेपी तिवारी और काशी क्षेत्र से क्षेत्रीय मंत्री बबिता तिवारी व कार्यसमिति सदस्य जयसिंह पाल को भी उनके पद से मुक्त किया गया है। इसी क्रम में अवध क्षेत्र से क्षेत्रीय उपाध्यक्ष शिव नायक वर्मा, पीयूष वर्मा तथा क्षेत्रीय मंत्री चंद्रप्रकाश ङ्क्षसह गुड्डू व पीके वर्मा का त्याग पत्र स्वीकार किया गया है। गोरखपुर से क्षेत्रीय उपाध्यक्ष देवेन्द्र यादव, मंत्री शिवनाथ चौधरी और कार्यसमिति सदस्य राजेश पाल चौधरी व अखिलेश राजभर और पश्चिम क्षेत्र से क्षेत्रीय उपाध्यक्ष व जिला संयोजक बंसत त्यागी तथा कार्यसमिति सदस्य मोहन लाल सैनी का त्यागपत्र भी मंजूर कर लिया गया है। पाठक ने बताया कि रिक्त स्थानों पर जल्द ही नियुक्ति की जाएगी।