फर्रुखाबाद:(जेएनआई ब्यूरो) पुलिस ने सपा जिलाध्यक्ष नदीम अहमद फारुखी को कोर्ट में पेश किया| जहाँ अधिवक्ताओं नें पुलिस पर सत्ता के इशारे पर कार्य करने और झूठे मुकदमा लिखने का आरोप लगाकर हंगामा किया| काफी देर बाद पुलिस उन्हें कोर्ट में पेश कर सकी| जहाँ कोर्ट नें उन्हें जेल भेज दिया| कोर्ट नें मंगलवार को सुनवाई की तारीख तय की है|
दरअसल बीती देर रात सपा जिलाध्यक्ष नदीम अहमद फारुखी को पुलिस दलबल के साथ कोर्ट में पेश करने के लिए पंहुची| नदीम अहमद के कोर्ट में आते ही अधिवक्ताओं नें पुलिस को घेर लिया और पुलिस पर सत्ता के नेताओं के दबाब में फर्जी मुकदमा दर्ज करने का आरोप लगाकर हंगामा किया| बार एसोसिएशन के महासचिव संजीब पारिया आदि नें कहा कि पुलिस नें शिकायत की जाँच नही की| सीधे मुकदमा दर्ज कर कोर्ट में पेश करने ले आयी| नदीम अहमद कोई अपराधी नही है| उन्होंने कहा कि वह अधिवक्ता भी है आक्रोशित अधिवक्ताओं नें सीओ अमृतपुर राजवीर गौड़ और प्रभारी निरीक्षक विनय प्रकाश राय के साथ ही अन्य पुलिस कर्मियों से धक्का-मुक्की कर दी| उन्हें कोर्ट में बैठने नही दिया और अधिवक्ता के चेंबर में बैठाया गया|
काफी देर चली नुराकुस्ती के बाद आखिर पुलिस नें भारी सुरक्षा के बीच न्यायिक मजिस्ट्रेट सिटी (जेएम सदर) के कोर्ट में रिमांड करायी गयी| कोर्ट नें उनकी जमानत याचिका खारिज कर दी| इसके बाद अपील जिला जज न्यायालय में की गयी| जिस पर जिला जज नें प्रार्थना पत्र पर मंगलवार की सुनवाई की तारीख मुकर्रर की| जिसके बाद उन्हें भारी पुलिस बल के साथ जिला जेल लाया गया और उन्हें जेल में दाखिल किया गया|
इस दौरान पूर्व जिला महासचिव मंदीप यादव, सपा नेता सचिन सिंह यादव, जिला पंचायत सदस्य विजय यादव, विवेक यादव, सरदार तोषित प्रीत, महेंद्र सिंह कटियार, पुष्पेन्द्र यादव, पूर्व विधायक अजीत कठेरिया, बंटी यादव, राघव दत्त मिश्रा, रजत क्रांतिकारी आदि रहे|
सपाईयों नें एसपी को सौपा ज्ञापन
सपा नेताओं नें पुलिस अधीक्षक को ज्ञापन सौपा और कहा कि उनके विरुद्ध राजनितिक दुश्मनी के चलते उनके चलते छवि धूमिल करने के चलते ही उनके खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया| सपा नें ईमानदारी से मामले की विवेचना कराये जाने की मांग की|