मस्जिदों के बाहर पुलिस का पहरा, घरो में पढ़ी गयी बकरीद की नमाज

FARRUKHABAD NEWS POLICE धार्मिक

फर्रुखाबाद:(जेएनआई ब्यूरो)शहर के बाशिंदों ने एक बार फिर अमन और मोहब्‍बत का पैगाम दिया है। संक्रमण फैलने के खतरे और वीकली लॉकडाउन के चलते ईद-उल-अजहा के मौके पर गलियों में सन्नाटा रहा और घर में ईद की नमाज अदा की गई। मस्जिदों पर सुबह से ही पुलिस फोर्स तैनात है। धर्मगुरुओं की भी यही अपील थी कि लोग घरों में रहकर नमाज अदा करें, उसका पालन हो भी रहा है। सादगी के साथ ईद-उल-अजहा (बकरीद) का पर्व मनाया जा रहा है। शनिवार की सुबह मुस्लिम समाज के लोगों ने घरों में ईद की नमाज अदा की। शहर की प्रमुख मस्जिदों के बाहर पुलिस का पहरा है। यहां सिर्फ कमेटी के लोग ही नमाज अदा कर सके। अन्य लोगों को पुलिस ने लौटा दिया। ईदगाह पर भी सामूहिक नमाज नहीं हुई।
शहर में शनिवार को ईद-उल-अजहा (बकरीद) मनाई जा रही है। सुबह फज्र की नमाज अदा करके मुस्लिम समुदाय ने नए कपड़े पहने और घरों में ही चाश्त की चार रकात पढ़ीं। इसके बाद कुर्बानी का सिलसिला शुरू हो गया। कोरोना काल में जनपद में ईद-उल-अजहा पर अमन का पैगाम दिया है। बकरीद के मौके पर शहर की गलियों में सन्नाटा है। संक्रमण और लॉकडाउन के कारण लोगों ने घरों में ईद की नमाज पढ़ी। प्रमुख मस्जिदों में सिर्फ मस्जिद इंतजामिया कमेटी के लोगों ने नमाज अदा की। नमाज के बाद घरों में बकरों की कुर्बानी सिलसिला शुरू हुआ। कुर्बानी अगले तीन दिन तक चलेगी।
चप्पे-चप्पे पर पुलिस का पहरा
सुबह से ही मुस्लिम इलाकों में फोर्स पुलिस तैनात हो गया। जामा मस्जिद और ईदगाह पर पुलिस के जवानों की पैनी नजर बनी रही। इस दौरान डीएम मानवेन्द्र सिंह और एसपी डॉ० अनिल मिश्रा ने पूरी व्यवस्था पर नजर रखी| नगर मजिस्ट्रेट अशोक कुमार मौर्य और सीओ सिटी मन्नी लाल गौड़ भी लगातार भ्रमण शील रहे| उधर, थाना प्रभारियों ने अपने अपने क्षेत्र में कड़ी निगरानी के साथ सुरक्षा व्यवस्था संभाली।
रात तक बाजार रोशन, खूब हुई खरीदारी
शुक्रवार को बाजार देर रात तक रोशन रहे। मुस्लिम समुदाय ने फैनी और कपड़ों की जमकर खरीदारी की। घुमना, लोहाई रोड, रेलवे रोड, फतेहगढ में काफी भीड़ रही। शाम होने पर बाजारों में भीड़ बढ़ती गई। ईद-उल-फितर पर लॉकडाउन के कारण लोग खरीदारी नहीं कर पाए थे। अब बकरीद पर नए कपड़े लोग पहनकर ईद मनाएंगे।
बकरों की सजावट
ईद-उल-अजहा पर जिन बकरों की कुर्बानी होनी थी। वह शुक्रवार को ही लोगों सजा दिए गए थे। उनके गले में फूल मालाएं पहना दीं। शरीद पर मेहंदी से अल्लाह लिख दिया। उनकी टांगों को मेहंदी से रच दिया।