लखनऊ: कोरोना वायरस से बचाव के लिए लॉकडाउन किए गए सभी जिलों में सतर्कता के खास प्रबंध उत्तर प्रदेश की योगी सरकार ने किए हैं। संबंधित अधिकारियों को जारी दिशा-निर्देश में मुख्य सचिव आरके तिवारी ने स्पष्ट कहा है कि दो सप्ताह के भीतर प्रदेश के बाहर से जो भी लोग आए हैं, उनकी खास निगरानी की जाए। लॉकडाउन के दौरान जनता को आवश्यक वस्तुओं की कमी न होने के लिए भी निर्देशित किया गया है।
मुख्य सचिव आरके तिवारी ने जिलों के अधिकारियों से कहा है कि चिकित्सा विभाग द्वारा जारी विस्तृत आदेशों का कड़ाई से पालन कराएं। किसी भी स्थान पर पांच से अधिक व्यक्तियों की भीड़ एकत्र न हो। पिछले दो सप्ताह में जो भी व्यक्ति प्रदेश के बाहर से आए हैं, उन पर निगरानी रखी जाए। जरूरत पड़ने पर उन्हें क्वारंटाइन करने के साथ ही उनकी जांच कराई जाए। इसके लिए ग्राम प्रधान, आंगनबाड़ी कार्यकर्ता और आशा कर्मियों का भी सहयोग लें।
मुख्य सचिव आरके तिवारी ने कहा है कि सभी जिलों में सफाई के लिए व्यापक अभियान चले और कहीं भी गंदगी दिखाई न दे। जिन आवश्यक सेवाओं को लॉकडाउन से मुक्त रखा गया है, उनके कर्मियों को अपने कार्यालय या कार्यस्थल जाने से न रोका जाए। अधिकारियों को निर्देश दिए गए हैं कि दूध, सब्जियों आदि की बिक्री मोहल्लों में ठेलों और छोटे वाहनों से कराएं, ताकि लोगों को इनकी खरीद के लिए घर से दूर न जाना पड़े।
लॉकडाउन के लिए ये भी निर्देश
- जनता को लाउडस्पीकर के माध्यम से घर के अंदर रहने, भीड़ एकत्र न करने और सावधानी बरतने का संदेश दें।
- दवा और आवश्यक वस्तुओं के मूल्यों पर निरंतर नजर रखें। जमाखोरी, कालाबाजारी और मुनाफाखोरी में लिप्त व्यक्तियों के खिलाफ तुरंत कार्रवाई कर खाद्य आयुक्त और प्रमुख सचिव खाद्य एवं रसद को दी जाए।
- राशन की दुकानों से राशन वितरण की व्यवस्था बनाए रखने के लिए नोडल अधिकारियों की तैनाती करें।
- राशन की हर दुकान पर सैनिटाइजर या साबुन से हाथ धोने की व्यवस्था जरूर रखें।
- सार्वजनिक पार्कों में लोगों को टहलने और एकत्र होने से रोका जाए।
- लॉकडाउन जिलों में कंट्रोल रूम स्थापित करें, जो चौबीस घंटे सक्रिय रहें और उनकी निरंतर समीक्षा कर शासन को रिपोर्ट भेजें।