नगर परिक्रमा 3, वार्ड नंबर 33

EDITORIALS

फर्रुखाबाद: वार्ड सभासद मेहरुन्निसां |
मोहल्ले: घोड़ा नखास, दरीवा पूर्व आंशिक, वंगसपुरा, जटवारा जदीद |
मुस्लिम बहुल आबादी वाले इस वार्ड में जल भराव एक बड़ी समस्या है घोड़ा नखास और जटवारा जदीद के बीच से निकलने वाले नाले सफाई न होने के कारण वरसात में नाले का सारा पानी वह कर सड़कों से होता हुआ लोगों के घरों में प्रवेश करने लगता है| स्थानीय निवासियों का कहना है कि नाले की सफाई व उसके किनारे से गुजरने वाली सड़क जो कि अंगूरी बाग़ पुलिया तक पहुचती है की मरम्मत के लिए नगर पालिका में कई वार शिकायत की है परन्तु इसकी मरम्मत का काम अभी तक पूरा नहीं हो सका है|

भारतीय जनता पार्टी के नगर मंत्री रामकुमार राठौर व हीरालाल ने बताया कि हम पिछले ३-४ वर्षों से सडक को पक्की कराये जाने तथा नाले की साफ़ सफाई के सन्दर्भ में नगर पालिका में कई बार शिकायत दर्ज करा चुके है लेकिन हम जब भी यह बात उठाते है तो हमें नगर पालिका चेयरमैन के द्वारा यह बताया जाता है कि आप की सडक का प्रस्ताव पास हो चुका है और जल्दी ही उसका निर्माण शुरू करवा दिया जाएगा|

कांग्रेश नेता शकुन्तला वर्मा ने बताया कि राशन की कालावाजारी की जा रही है जिसमे डीएसो से लेकर नीचे के राशन दुकानदार तक सभी इसमें सामिल है हमारी मलिन बस्ती होने के बाबजूद भी किसी को भी वीपीएल कार्ड मुहैया नहीं कराया गया है जबकि जिन लोगो को वीपीएल कार्ड की विल्कुल आवश्यकता नहीं है|

उन लोगो के पास वीपीएल कार्ड है| राशन कोटेदार के वारे में बताते हुए अहमद मियाँ ने कहा कि मेरा राशन कार्ड मेरी माँ के नाम पर है जिसमे मेरा नाम भी दर्ज है कुछ दिन पूर्व मेरी माँ के गुजर जाने के बाद जब मै राशन लेने के लिए गया तो राशन दुकानदार ने मुझे राशन देने से मना कर दिया|

सुषमा वाथम ने बताया कि हमारे घर के सामने तीन महीने पहले एक इंडिया मार्का हैंडपंप लगाया गया लेकिन जिस दिन से हैंडपंप लगा है उससे एक बूँद भी पानी नही निकला है|

जल निगम के कर्मचारियों ने हैंडपंप लगाने के बाद आज दिन तक उसकी सुध नहीं ली| सरकार को ऐसे पैसे बरवाद करने की क्या आवश्यकता है जिसका फायदा जनता को न हो सके| क्या सरकार दिखावे के लिए ही सारे काम करती है?

स्वतंत्रता संग्राम सेनानी रघुनाथ ने बताया कि वे सन 1942 के स्वतंत्रता संग्राम में सामिल हुए थे लेकिन स्वतंत्रता सेनानियों को मिलने वाली किसी भी सहायता से वे वंचित है| उन्होंने बताया कि एक दिन एक लड़का उनसे मिलने के लिए आया और उसने कहा कि हम आपकी पेंशन बंधवा देंगे जिसमे 200 रुपयों का खर्चा आयेगा और हमने उसे 200 रुपये दे दिए लेकिन हमारी पेंशन अभी तक नहीं बंधी|

सफाई कर्मचारियों की कारगुजारियों पर रोष प्रकट करते हुए सुलेमान ने कहा कि सफाई कर्मचारी महीनों में एक दो वार आकर नालियां साफ़ कर देते है और कचरा निकाल कर सड़क पर डाल देते है जब उनसे इस बात के वारे में बोलो तो कह देते है हमारी सरकार है जैसा मेरे मन में आयेगा वैसा करेंगे आपको ज्यादा सफाई पसंद है तो अपने आप साफ़ कर लिया करो|