गोरखपुर: अस्पताल से मां के साथ लौट रही युवती को गुरुवार रात सिपाहियों ने अगवा कर लिया। रेलवे स्टेशन रोड पर स्थित कमरे में बंधक बनाकर उसके साथ दुष्कर्म किया। विरोध करने पर धंधा करने के आरोप में जेल भेजने की धमकी देकर चुप करा दिया। आधी रात को 600 रुपये देकर टेम्पो से घर भेज दिया। शुक्रवार को तबीयत बिगडऩे पर रिश्तेदारों की मदद से परिवार के लोग युवती को जिला अस्तपाल ले आए। इसके बाद पुलिस अधिकारियों को घटना की जानकारी हुई।
घर में कोचिंग क्लास चलाती है शाहपुर की युवती
शाहपुर क्षेत्र की रहने वाली युवती घर पर बच्चों को कोचिंग पढ़ाती है। गुरुवार को तबीयत खराब होने पर मां के साथ अस्पताल गई थी। डॉक्टर को दिखाने के बाद गोरखनाथ क्षेत्र में रहने वाली बहन के घर चली गई। वहां भोजन करने के बाद रात में 8.30 बजे मां के साथ घर के लिए निकली। कोई वाहन नहीं मिला तो पैदल ही घर जाने लगी। कौडिय़हवा पुलिस चौकी के पास युवती आगे निकल गई। इसी बीच बाइक से पहुंचे दो सिपाहियों ने उसे रोक लिया। युवती के मुताबिक देह व्यापार का आरोप लगाते हुए सिपाहियों ने जबरन बाइक पर बैठा लिया। पूछताछ के बाद छोडऩे की बात कहकर अपने साथ रेलवे स्टेशन पास ले आए। वहां कमरे में बंद कर दुष्कर्म किया। विरोध करने पर बेरहमी से पिटाई की। रात में एक बजे 600 रुपये देकर टेम्पो से घर भेज दिया। बदनामी के डर से रात में घटना की जानकारी किसी को नहीं दी। शुक्रवार की दोपहर में तबीयत बिगडऩे पर मां ने पूछा तो बताया। शाम को मौसी के बेटे को जानकारी हुई तो जिला अस्तपाल ले गए और घटना की जानकारी पुलिस अधिकारियों को दी।
सीओ कर रहे जांच
इस संबंध में एसएसपी डा. सुनील गुप्त का कहना है कि सीओ गोरखनाथ मामले की जांच कर रहे हैं। कौडिय़हवा पुलिस चौकी और रेलवे स्टेशन के आसपास लगे सीसीटीवी कैमरे की फुटेज भी देखी जा रही है। जल्द ही स्थिति साफ हो जाएगी। साक्ष्य के आधार पर कार्रवाई होगी।
देह व्यापार करने का आरोप लगा जबरन पिलाई शराब
जिला अस्पताल में भर्ती पीडि़त पुलिस अधिकारियों को आप बीती सुनाते हुए फफक पड़ी। सिपाहियों ने गाड़ी पर बैठाया तो घरवालों को सूचना देने के लिए उसने फोन निकाला। लेकिन उन्होंने स्वीच ऑफ कर दिया। रेलवे स्टेशन के पास स्थित कमरे में बंद कर देह व्यापार करने का आरोप लगा पहले पिटाई की। फिर जबरन शराब पिलाकर दुष्कर्म किया।
पांच भाई बहनों में तीसरे नंबर की युवती के पिता मजदूरी करते हैं। घर चलाने में पिता का सहयोग करने के लिए वह मोहल्ले के बच्चों को पढ़ाती है। जिला अस्तपाल में मौजूद परिवार के लोगों ने बताया कि एक सप्ताह से उसकी तबीयत खराब थी। गुरुवार को पेट में तेज दर्द होने पर मां के साथ अस्पताल गई। फोन पर बड़ी बहन से बात हुई तो उसने घर बुला लिया। लौटते समय यह घटना हो गई।
कहासुनी होने पर निकल गई थी मां से आगे
युवती की मां ने पुलिस को बताया कि पैदल आते समय रास्ते में बेटी से बहस हो गई। जिसके बाद नाराज होकर वह तेज चलने लगी। फिर मुलाकात नहीं हुई। घर पहुंचने पर उसने सोचा नाराज होकर कहीं रुक गई होगी, थोड़ी देर में आ जाएगी। रात में 12 बजे तक न पहुंचने पर बड़ी बहन के बेटे को घटना की जानकारी दी। खोजबीन के दौरान ही ऑटो चालक बेटी को लेकर घर पहुंचा। पूछने पर उसने कुछ नहीं बताया। सुबह तबीयत बिगडऩे पर पूछने पर आप बीती सुनाई। बदनामी के डर से उन लोगों ने किसी को कुछ बताया नहीं। दोपहर में बड़ी बहन के बेटे को बताया। शाम को वह घर पहुंचा और अस्पताल ले आया।
हुलिए से मिलते-जुलते लोगों की शुरू हुई तलाश
युवती ने बताया कि बाइक पर बैठाकर ले आने वाले सिपाहियों में एक लंबा और मोटा और दूसरा सामान्य कदकाठी का था। एसएसपी डॉ. सुनील गुप्ता ने बताया कि हुलिए से मिलते जुलते लोगों की तलाश चल रही है।
विरोधाभासी बयान से घटना को संदिग्ध मान रही पुलिस
पीडि़त के साथ ही पुलिस ने जिला अस्पताल में मौजूद उसके परिजनों और रिश्तेदारों से बातचीत की जिसमें विरोधाभास है। गुत्थी को सुलझाने के लिए सर्विलांस की मदद ली जा रही है। सीओ गोरखनाथ प्रवीण सिंह ने बताया कि जल्द ही गुत्थी सुलझा ली जाएगी।