बदायूं: मित्र पुलिसिंग का दावा करने वाली यूपी पुलिस का एक और कारनामा सामने आया है। जिसके बाद उसकी जमकर किरकिरी हो रही है। वजह, बदायूं जिले में मूसाझाग थाना की वाहन चेकिंग। दरअसल, बदायूं में पुलिस ने एक बार फिर असलहे तानकर राहगीरों की चेकिंग की। जबकि इससे पहले जून माह में वजीरगंज की बगरैन चौकी पर इसी तरह पिस्टल और रायफल तानकर चेकिंग की गई थी। उस वक्त घटना का वीडियो वायरल होने पर देशभर में यूपी पुलिस की आलोचना हुई थी। डीजीपी को सामने आकर मामले में सफाई देनी पड़ गई थी। इसके बाद एसएसपी ने साधारण तरीके से संदिग्ध लोगों की चेकिंग का निर्देश दिए थे।
इस बार मूसाझाग थाना पुलिस ने एसएसपी के निर्देशों को ताक पर रखते हुए असलहे तानकर चेकिंग की। बीते शुक्रवार को एसओ ललित भाटी समेत उनके हमराह नई सड़क पर चेकिंग करने निकले। अचानक पुलिसकर्मियों ने राहगीरों को पिस्टल समेत आधुनिक हथियार तानकर रोक लिया। इसके बाद उनकी चेकिंग शुरू कर दी। अचानक हुई इस कार्रवाई में राहगीरों के भी हाथपांव फूल गए। कई लोग परिवार समेत गुजर रहे थे, ऐसे में उनके परिजन भी घबरा गए। इस दौरान वहां से गुजर रहे कुछ राहगीरों ने पुलिस की कार्रवाई को अपने मोबाइल में कैद कर लिया। बाद में इसकी फोटो व वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल कर दिए। घटना का वीडियो वायरल होने पर पुलिस की जमकर किरकिरी हो रही है।
दो माह पहले भी कराई थी किरकिरी
विगत जून माह के अाखिरी हफ्ते में थाना वजीरगंज इलाके की पुलिस चौकी बगरैन के प्रभारी एसआइ राहुल सिसौदिया समेत चौकी के स्टाफ ने रायफल और पिस्टल तानकर बाइक सवार राहगीरों की तलाशी ली थी। घटना का वीडियो वायरल होने पर चर्चा में रहा था। पूरे देश में इसे लेकर यूपी पुलिस की जमकर आलोचना हुई थी। तब डीजीपी को सामने आकर मामले में सफाई पेश की थी। वहीं, एसएसपी को सामान्य तरीके से चेकिंग करने के निर्देश जारी करने पड़े थे। जिसमें चेकिंग के दौरान असलहे का प्रयोग न करने की हिदायत दी गई थी।
क्या बोले- एसएसपी
एसएसपी अशोक कुमार त्रिपाठी ने बताया कि उन्होंने इस संबंध में पहले भी निर्देश जारी किए थे। सामान्य तरीके से बैरियर लगाकर चेकिंग की जाए। ताकि राहगीरों को किसी प्रकार की दिक्कत का सामना न करना पड़े। उन्हें किसी तरह से भी डराया या धमकाया न जाए। प्रकरण गंभीर है इसलिए एसपी सिटी से जांच करा रहे हैं। जिसके आधार पर दोषियों पर कार्रवाई की जाएगी।