पुलिस की गांधीगिरी: यातायात नियमों का उल्लंघन करने वालों को पहनाई फूलों की माला

FARRUKHABAD NEWS POLICE जिला प्रशासन सामाजिक

मेरठ: यातायात माह के दूसरे दिन ट्रैफिक पुलिस ने गांधीगीरी की। शहर के तीन मुख्य चौराहों पर अभियान चलाकर नियमों का पालन नहीं करने वालों को फूल देकर माला पहनाई गई। साथ ही उनसे नियम पालन करने की अपील की गई।
एक घंटे चला अभियान
कमिश्नरी चौराहे पर एसपी ट्रैफिक संजीव वाजपेयी ने अभियान की शुरुआत दोपहर 12:15 बजे की। इस दौरान हेलमेट, सीट बेल्ट नहीं बांधने समेत यातायात नियमों का पालन नहीं करने वालों को पहले फूल दिया गया, इसके बाद उन्हें माला पहनाई गई। एक घंटे चले अभियान के दौरान 45 लोगों को गांधीगीरी के जरिए यातायात नियमों का पाठ पढ़ाया गया। साथ ही अन्य लोगों को नियमों का पालन करने की सीख दी गई। इसके अलावा तेजगढ़ी चौराहे पर भी एक घंटे का अभियान चलाया गया। इस दौरान 25 लोगों को माला पहनाई गई। इस दौरान मकबूल हसन और अनिल मिश्र उपस्थित रहे। वहीं, एचआरएस चौक पर भी एक घंटे अभियान चलाया गया। इस दौरान लोगों को नियमों के प्रति जागरूक किया गया। यहां 30 लोगों को फूल देकर माला पहनाई गई। इस दौरान बसंत सिंह अधिकारी और ज्ञान दीक्षित मौजूद रहे। एसपी ट्रैफिक ने बताया कि शनिवार को गांधीगीरी के जरिए लोगों को ट्रैफिक नियमों के प्रति जागरूक किया गया। अब रविवार से कार्रवाई का दौर शुरू होगा।
बढ़ी जुर्माना राशी ने पहनाया हेलमेट
जून से पहले प्रदेश में हेलमेट नहीं पहनने वालों पर सौ रुपये का जुर्माना लगता था। सात जून से यह राशि पांच सौ रुपये हो गई। इसके बाद लगातार चालान की संख्या कम होती जा रही है। वहीं, केंद्र सरकार के नए नियम के मुताबिक हेलमेट नहीं पहनने वालों पर एक हजार रुपये का जुर्माना है, लेकिन यह यूपी में लागू नहीं है, क्योंकि यूपी में तीन महीने पहले ही नया नियम लागू हुआ था। उधर, जबसे जुर्माना राशि बढ़ी है, तभी से चालान की संख्या कम होती जा रही है। जून में जहां 417 चालान रोजाना कटने का आंकड़ा सामने आया था, वहीं जुलाई में यह संख्या 318 रह गई। अगस्त में 226, सितंबर में 245 और अक्टूबर में रोजाना करीब 190 चालान हुए।
इन्‍होंने बताया
बढ़ी जुर्माना राशि का असर दो पहिया वाहन चालकों पर हुआ है। पांच माह से लगातार चालान की संख्या कम हो रही है। यातायात माह के दौरान कार्रवाई के साथ ही लोगों को जागरूक किया जाएगा। इससे यातायात नियमों का पालन नहीं करने वालों की संख्या में और भी कमी आने की उम्मीद है। – संजीव वाजपेयी, एसपी ट्रैफिक