घुटनों की हड्डियों का रोग खतरनाक: डॉ अग्रवाल

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फर्रुखाबाद: कानपुर महानगर के चर्चित व सुप्रसिद्ध वरिष्ठ हड्डी रोग विशेषज्ञ डॉ एके अग्रवाल ने मानव तकलीफ को दूर करने के लिये हमेशा से ही तत्पर रहे हैं|

डॉ एके अग्रवाल ने बताया कि मानव की औसत आयु बढ़ रही है इस औसत आयु के बढ़ने के साथ ही अधिक उम्र में होने वाले रोग भी बढ़ जाते हैं| इन्ही रोगों में से एक रोग है आस्टियो अर्थाईट्स है| यह लोग आमतौर से ६० वर्ष से अधिक आयु के ६५ प्रतिशत लोगों में होता है| ४० से ६० वर्ष की आयु के लोगों में ४३ फीसदी व ४० से कम के उम्र में २६ फीसदी लोगों में यह रोग पाया जाता है| उन्होंने बताया कि अनियमित दिनचर्या व श्र्म्राहित जीवन शैली, खान-पान में गड़बड़ी आदि के कारण यह रोग कम उम्र में लोगों को अपना शिकार बनाता है|

डॉ श्री अग्रवाल ने बताया कि मानवों की तकलीफ की शुरूआत घुटनों में साधारण दर्द के साथ शुरू होती है और यदि ध्यान न दिया जाए तो समस्या बढ़ जाती है| यह प्रथम ग्रेड की आर्थाईटिस होती है और इस दौरान यदि नियमित व्यायाम किया जाए और कुछ विशेष दवाएं लेते रहे तो प्रारम्भिक गठिया से छुटकारा मिल सकता है|

उन्होंने बताया कि जिन लोगों को घोतनों में लगातार असहनीय दर्द रहता है बिना दवा के काम नहीं चलता है रात में करवटें बदलने में तकलीफ होती है| जिससे सोना मुश्किल हो जाता है और एक कदम भी नहीं चल सकता है| ऐसे में घुटना प्रत्यारोपण ही एकमात्र इलाज है| क्योंकि ज्यादा लम्बे समय तक दर्द की दवाएं नहीं दी जा सकती है|

डॉ एके अग्रवाल जोकि जर्मनी, सिंगापुर, आस्ट्रिया आदि कई देशों में भी कार्यरत रह चुके हैं| डॉ एके अग्रवाल को गोल्ड मेडल से भी नवाजा गया है|