फर्रुखाबाद: संत निरंकारी मंडल के द्वारा आयोजित सत्संग में श्रधालुओ ओ आत्म चिंतन कराया गया| जिसमे कहा गया कि हम अपने को सुधारे तो दूसरे की बुराई करने का समय ही नही बचेगा और व्यक्ति आनन्द की अनुभूति करेगा|
बढ़पुर स्थित आश्रम में आयोजित समर्पण दिवस कार्यक्रम में श्रधालुओ को आत्मबोध कराया गया| निरंकारी बाबा हरदेव ने कहा कि जिस तरह भक्तों के लिये तीन अंग सेवा, सुमिरण व सत्संग महत्वपूर्ण है| उसी त्र्ह्ज जीवन के लिये प्यार, नम्रता, समद्रष्टि अवश्यक है| जिस तरह डाक्टर के सामने आते ही बीमारी याद आती है उसी तरह से उसी तरह भक्तो से मिलने पर परमात्मा याद आता है | हम अपने को सुधारे तो दूसरे की बुराई करने का समय ही नही बचेगा और व्यक्ति आनन्द की अनुभूति करेगा|