लखनऊ:उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में कांग्रेस और समाजवादी पार्टी (एसपी) के बीच गठबंधन को लेकर चल रही अटकलों के बीच कांग्रेस के नेताओं के सुर अचानक बदल गए हैं। कांग्रेस नेताओं ने एसपी के साथ गठबंधन की खबरों को अफवाह करार दिया है। पीएल पुनिया और प्रमोद तिवारी का दावा है कि कांग्रेस की तरफ से गठबंधन को लेकर कोई भी पहल न तो आजतक हुई है और न ही कोई पहल होने जा रही है।
राज्यसभा सांसद प्रमोद तिवारी ने भी कहा कि पार्टी राज्य की सभी 403 सीटों पर चुनाव लड़ने जा रही है। इससे पहले अटकलें लगाई जा रही थी कि कांग्रेस और एसपी में गठबंधन हो सकता है। खुद शीला दीक्षित ने कहा था कि अगर गठबंधन होता है तो वो सीएम पद की उम्मीदवारी से हट जाएंगी। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता पीएल पुनिया ने गठबंधन की संभावना पर कहा कि बातें तो बहुत होती हैं। कांग्रेस की तरफ से आजतक ना तो कोई पहल हुई है ना ही कोई बयान देखा होगा। यह कोरी अफवाह है। इसमें कोई सत्यता नहीं है। मैं एक सिरे से इसको खारिज करता हूं।
हालांकि एसपी नेता जूही सिंह कांग्रेस के साथ गठबंधन का समर्थन करती नज़र आईं। हालांकि दूसरी तरफ बीएसपी कांग्रेस और एसपी के बीच गठबंधन की खबरों पर जरूर चुटकी ले रही है। बीएसपी प्रवक्ता सुधींद्र भदौरिया ने कहा कि एक पप्पू और गप्पू मिलकर कोई विकल्प नहीं दे सकते हैं। भ्रष्टाचार और गुंडाराज का क्या मेल होगा इसकी कल्पना तो उत्तर प्रदेश ही कर सकता है। उत्तर प्रदेश के लोग इसको समझेंगे। वहां मायावती जी की सरकार पूर्ण बहुमत से बनेगी। जानकार बताते हैं कि कांग्रेस के नेता भले इस तरह की बयानबाजी कर रहे हों लेकिन भीतर ही भीतर पार्टी में समाजवादी पार्टी से गठबंधन को लेकर बातचीत का दौर जारी है। पार्टी नेताओं का यह बयान सिर्फ गठबंधन की सूरत में सीटें बढ़वाने की कोशिश के रूप में देखा जा रहा है।