नई दिल्ली: यूपी सरकार के मंत्रिमंडल से बर्खास्त किए जाने के कुछ घंटों बाद शिवपाल यादव मीडिया के सामने आए और कहा कि उन्हें साजिश का शिकार बनाया गया है। उन्होंने रामगोपाल यादव को भ्रष्ट बताते हुए उन पर आरोपों की झड़ी लगा दी। उन्होंने कहा कि रामगोपाल सीबीआई जांच से बचने के लिए इस तरह की साजिश कर पार्टी को नुकसान पहुंचा रहे हैं और सीएम अखिलेश इसे समझ नहीं रहे हैं। उन्होंने मीडिया के सामने रामगोपाल को पार्टी से बर्खास्त करने का भी ऐलान किया।
शिवपाल ने कहा कि रामगोपाल बीजेपी से मिले हुए हैं। वह मेरे खिलाफ हमेशा साजिश करते रहे हैं। रामगोपाल के बेटे-बहू घोटाले में फंसे हुए हैं। इन्हीं को सीबीआई से बचाने के लिए उन्होंने बीजेपी के बड़े नेताओं से तीन बार मुलाकात की थी। उन्होंने एक तानाशाह की तरह काम किया है और वह भ्रष्ट हैं। उन्होंने पार्टी को कमजोर करने का काम किया है और अपना भला करने के लिए मुलायम सिंह के नाम का इस्तेमाल किया है। शिवपाल ने कहा कि उन्हें अपने दिमाग का इस्तेमाल पार्टी को आगे बढ़ाने में करना चाहिए था। मुलायम सिंह से सलाह करने के बाद मैं रामगोपाल यादव को 6 साल के लिए पार्टी से निकाल रहा हूं। उन्होंने कहा कि रामगोपाल तिकड़म करते रहे हैं। उनकी वजह से ही महागठबंधन टूटा था। वह किसी के सगे नहीं हैं।
क्या कहा शिवपाल ने?
आप सभी ने प्रोफेसर रामगोपाल जी का पत्र पढ़ा होगा। प्रोफेसर साहब इसलिए ये सब कर रहे हैं क्योंकि ये पूरी तरह से बीजेपी से मिले हुए हैं। वो तीन बार बीजेपी के शीर्ष नेताओं से मिल चुके हैं और इसलिए ऐसा कर रहे हैं क्योंकि उनके बेटे अक्षय सीबीआई में फंसे हैं। मुख्यमंत्री जी षड्यंत्रों को समझ नहीं रहे हैं, जबकि उनको समझना चाहिए था।
प्रोफेसर हमेशा तिकड़म करते रहे हैं और सपा नेताओं को अपमानित करते रहे हैं। हमेशा मैंने इनकी हरकतों को पार्टी में उठाया तो मेरे खि लाफ साजिश करते रहे। अब इन्होंने मुख्यमंत्री और नेताजी को कमजोर करने की कोशिश की है। प्रोफेसर साहब झूठ बोल रहे हैं और अखिलेश सरकार की छवि खराब कर रहे हैं। उन्होंने आम लोगों और कार्यकर्ताओं का शोषण किया है। हमने इसके खिलाफ हमेशा आवाज उठाई। नेताजी और जनेश्वर मिश्र जब जेल में थे तो ये तब भी उनसे मिलने नहीं गए। हम सभी सांप्रदायिक ताकतों से लड़ रहे हैं। नेताजी का अपमान हममें से कोई बर्दाश्त नही करेगा। उन्होंने अपनी मेधा का प्रयोग सिर्फ षड्यंत्र करने और गिरोह बनाने में किया है। इसलिए नेताजी के आदेशानुसार रामगोपाल यादव को पार्टी महासचिव और प्रवक्ता पद से 6 साल के लिए निष्कासित किया गया है।
चल रही थी साजिश – शिवपाल
इससे पहले शिवपाल ने कहा कि मुझ पर झूठे आरोप लग रहे हैं। मेरे खिलाफ बहुत दिनों से षडयंत्र चल रहा था। ये लोग गिरोह बनाकर रहते हैं। हमें कमजोर करने की साजिश हो रही है। इस षडयंत्र को मुख्यमंत्री नहीं समझ रहे हैं। हम पार्टी को कमजोर नहीं होने देंगे। पार्टी के लिए नेताजी ने बहुत मेहनत की है। अब हम उनकी अगुवाई में ही जनता के बीच में जाएंगे और चुनाव लड़ेंगे। उन्होंने कार्यकर्ताओं से धैर्य से काम लेने की अपील भी की है। उन्होंने कहा है कि घर के कुछ लोग सीबीआई जांच से बचने के लिए भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) से तीन बार मिले थे। उन्होंने कहा कि ऐसे लोग समाजवादी पार्टी के नेताओं का सम्मान भी नहीं करते थे।