नई दिल्ली: कहते हैं कि राजनीति एक अलग चीज है और राजनीतिक लोगों के रिश्ते उससे भी अलग। नेता मंच पर लड़ते हैं और घर में साथ-साथ बैठते हैं। लेकिन यूपी के धुर विरोधियों के मामले में ऐसा नहीं है। यहां राजनीतिक रिश्तेदारी को लेकर घमासान मचा हुआ है।
आपने अक्सर सुना और पढ़ा होगा कि यूपी के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव अपनी धुर विरोधी बसपा प्रमुख मायावती को बुआ बोलते हैं। चुटकी लेने के अंदाज में वे उन्हें अक्सर बुआ जी ही कहते हैं। वह मायावती नाम लेना कम ही पसंद करते हैं। लेकिन मायावती को अखिलेश से ये रिश्ता पसंद नहीं है। कहते हैं कि राजनीति एक अलग चीज है और राजनीतिक लोगों के रिश्ते उससे भी अलग। नेता मंच पर लड़ते हैं और घर में साथ-साथ बैठते हैं। लेकिन यूपी के धुर विरोधियों….
शायद मायावती को लग रहा है कि अखिलेश का बुआ कहने का अंदाज ठीक नहीं होता है। उन्हें लगता है कि अखिलेश उनसे बुआ का रिश्ता जोड़ते रहे तो 2017 में होने वाले यूपी चुनाव में उन्हें कहीं नुकसान न हो जाए। माया ने आगरा रैली में बुआ को लेकर ही अखिलेश यादव के खिलाफ मोर्चा खोला।
पाइए हर खबर अपने फेसबुक पर। माया ने कहा कि सीएम को मुझे बुआ कहने का हक ही नहीं है। लगे हाथ उन्होंने अखिलेश के राखी बंधवाने पर भी वार कर दिया। उन्होंने कहा कि अखिलेश महिलाओं से राखी तो बंधवाते हैं लेकिन प्रदेश में महिलाएं सुरक्षित नहीं हैं।