नई दिल्ली: वो पर्दे पर पुलिस का किरदार निभाता था। दर्शकों को अपराधियों से होशियार रहने की हिदायत देता था। लेकिन फिर खुद ही बन गया शातिर क्रिमिनल। जुर्म की दुनिया में कदम रखने के बाद उसने किसी छोटी मोटी हस्ती पर हाथ नहीं डाला। बल्कि उसका शिकार बनते थे वो सफेदपोश लोग जिनसे पुलिस भी डरती है।
जुर्म की तहकीकात करने वाला एक ईमानदार इंस्पेक्टर। पर्दे की दुनिया में वो बड़े-बड़े गुनहगारों को सलाखों के पीछे भेजने के लिए मशहूर था। लेकिन अब खुद ही थाने में बंद है। अपराध जगत की बड़ी घटनाओं से पर्दा उठाने वाले सीरियल का ये नायक असली जिंदगी में खलनायक निकला। इसने अपराध की दुनिया में कदम रखा और विधायकों और नेताओं को ब्लैकमेल करने लगा। इसने एक दो नेताओं को नहीं बल्कि राजस्थान के 11 विधायकों को अपनी साजिश में फंसाया था।
ये शातिर अपराधी इसी तरह झांसा देकर विधायकों और नेताओं को डराता था। उसके बाद उन्हें मजबूर करता था कि वो इसके अकाउंट में पैसे जमा करवा दें। इसने एक बार फिर राजस्थान के एक विधायक को झांसे में लेने की कोशिश की। लेकिन इसका पासा उल्टा पड़ गया। इसने राजस्थान बीजेपी के वरिष्ठ नेता और पूर्व मंत्री घनश्याम तिवाड़ी को फोन किया और अपना परिचय एक चैनल के रिपोर्टर के रूप में कराया। उनसे कहा कि मैं आपका स्टिंग कर चुका हूं।अगर आप उस स्टिंग रुकवाना चाहते हैं तो बताई गई रकम इस अकाउंट में जमा करा दें। लेकिन तिवाड़ी जी ने पुलिस से मदद मांग ली। पुलिस ने इसके नंबर की जांच कि और इसे दिल्ली से गिरफ्तार कर लिया।
पुलिस की मानें तो किशन को मुंबई में फिल्मों और सीरियल में काम मिलने में परेशानी आने लगी थी। जिसके बाद वो इसी साल जून में दिल्ली लौट आया। दिल्ली में मीडिया को कुछ दोस्तों से उसकी मुलाकात हुई तो वहां उसने स्टिंग ऑपरेशन की चर्चा सुनी। बस वहीं से इसके दिमाग में आई भयानक साजिश।सबसे पहले उसने राजस्थान गुजरात दिल्ली और हरियाणा के विधायकों के नंबर जुटाए। फिर उनके काम और विवादों के बारे में जानकारी जुटाता, जैसे ही किसी विधायक के विवाद या स्कैंडल की जानकारी मिलती वो वसूली का प्लान तैयार कर लेता।
विधायक को नामी चैनल के रिपोर्टर के नाम से फोन करता। फिर धमकी देता कि उनका स्टिंग कर लिया गया है और पैसे नहीं दिए तो चैनल पर दिखा दिया जाएगा, पैसे जमा करने के लिए एक्सिस बैंक का अपना अकाउंट नंबर भेजता और कहता कि पैसे जमा करा दिए तो स्टिंग की सीडी और दस्तावेज भिजवा देगा। जयपुर पुलिस अभी तक पूर्व मंत्री घनश्याम तिवाड़ी, विधायक अभिषेक मटोरिया, अशोक डोगरा और पूर्व विधायक गंगाजल मील और गंगादेवी के बयान दर्ज कर चुकी है। अब पुलिस उसके बैंक खाते की जांच कर रही है। अभी तक जानकारी मिली है कि कई प्रभावशाली लोगों ने पुलिस को सूचना देने के बजाय उसके खाते में पैसे जमा कराए थे। पुलिस खाते की जांच और आरोपी से पूछताछ के आधार पर ये पता लगाने की कोशिश कर रही है कि किस-किस ने स्टिंग के डर से उसके खाते में पैसे जमा कराए थे।
कृष्ण कुमार उर्फ किशन क्राइम सीरयल में इंस्पेक्टर की भूमिका निभाते-निभाते रीयल लाइफ में गुनाह के रास्ते पर चल पड़ा। राजस्थान में विधायकों और नेताओं को धमकाने वाले इस फर्जी इंस्पेक्टर के बैंक खातों की भी पुलिस जांच कर रही है कि किस-किस ने कितनी वसूली की।