क्या सुशासन है- पुलिस ने लुटे पीड़ित को ही डाला हवालात में ……….

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HAWALATफर्रुखाबाद: अखिलेश राज के सुशासन का बेहतरीन नमूना देखना है तो लखनऊ मत जाइये, फर्रुखाबाद आइये| बेलगाम खाकी की नियत तब और साफ नजर आती है जव पीड़ित को ही न्याय मिलाने की जगह हवालात की हवा खानी पड़े| ऐसे में जनता का विश्वास पुलिस पर से उठना लाजमी है| नगर कोतवाली क्षेत्र में रुपये दो गुने करने का झांसा देकर शातिरों ने एक युवक से पचास हजार रुपये लूट लिए थे। पुलिस ने एक शातिर को हिरासत में ले लिया है। सिपाहियों ने पीड़ित के साथ भी मारपीट दी। बाद में फरियादी को ही हवालात में डाल दिया|

बीते बुधवार को मैनपुरी के गांव सरैया निवासी हाकिम सिंह का पुत्र धर्मेद्र पाल, साथी मनीराम के साथ बाइक से फर्रुखाबाद आया था। फतेहगढ़ कोतवाली क्षेत्र के मोहल्ला नेकपुर चौरासी के सामने बरेली इटावा हाइवे पर अचानक दो सिपाही बाइक से आये और धर्मेंद्र पाल से मारपीट शुरू कर दी। मारपीट होते देखकर वहां भीड़ लग गई। धर्मेद्र का साथी खिसक गया। धर्मेद्र ने चीख-चीखकर लोगों से कहा कि उसके 50 हजार रुपये लूट लिये गये हैं। सिपाहियों ने धर्मेद्र को अपनी बाइक पर बैठा लिया। उसे कादरीगेट तरफ ले जाया जा रहा था, तभी लकूला के पास धर्मेद्र ने सड़क के किनारे खड़े युवकों को पहचानकर उसने बताया कि इन्हीं लोगों ने उसके रुपये लूटे हैं। सिपाहियों ने नागरिकों की मदद से थाना मऊदरवाजा के गांव नीवलपुर निवासी अखिलेश पालीवाल उर्फ अजय को हिरासत में ले लिया।

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पुलिस ने आरोपी को पकड़ने के बाद रुपये तो बरामद नही कर पाए बल्कि उल्टा पीड़ित को ही अन्दर कर दिया| हवालात में बंद पीड़ित धर्मेद्र पाल ने बताया की वह हाई स्कुल का छात्र है और वह मुलायम सिंह कालेज सौजा मैनपुरी में पेपर दे रहा है| शुक्रवार को अग्रेजी का पेपर है| पुलिस कि इस न्याय व्यवस्था को देखकर सभी हैरत में है| जेएनआई टीम ने जब हवालात में बंद पीड़ित की तस्वीर कैमरे में कैद की तो कोतवाली पुलिस को कानून कायदा याद आ गया और पीड़ित को तत्काल हवालात से बाहर निकल कर कोतवाली कार्यालय में बिठा दिया गया| चौबीस घंटे से अधिक का समय पीड़ित को कोतवाली में बंद किये हो गया है|न जो क़ानूनी रूप से पूरी तरह गलत है| युवक का भविष्य दाव पर है|

कोतवाली के एस एस आई हरिश्चंद्र ने बताया की उन्होंने पीड़ित को हवालात में नही बैठने दिया था| उनके जाने के बाद किसी ने उसे भीतर बंद कर दिया है| पीड़ित से पूछताछ की जा रही है|