लखनऊ। प्रदेश के जिला अस्पतालों में 15 जनवरी से सरकार मुफ्त एक्स-रे की सुविधा देने जा रही है। जननी सुरक्षा योजना के तहत 102 नंबर से दो हजार एंबुलेंस जोड़े जाएंगे। 102 नंबर पर फोन करने पर महिलाओं को घर से लाकर अस्पताल में भर्ती कराया जाएगा और उन्हें घर तक छोड़ा जाएगा। जिला अस्पताल में भर्ती मरीजों को भी प्रतिदिन सौ रुपए का मुफ्त भोजन उपलब्ध कराया जाएगा। यह जानकारी प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री डा.अहमद हसन ने शनिवार को यहां पत्रकार वार्ता में दी।
सेक्टर 30 स्थित इंडियन मेडिकल एसोसिएशन के सभागार में मंत्री ने कहा कि मरीजों को सौ रुपये का मुफ्त भोजन देने के लिए मेनू तय किया जा रहा है। जिला अस्पतालों में अब तक केवल गरीबी रेखा के नीचे रहने वालों को ही मुफ्त भोजन का प्रावधान है। जबकि एक्स-रे के लिए आम मरीज को 35 रुपये शुल्क देना होता है।
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उन्होंने कहा कि सरकार जिला अस्पताल में होने वाली अन्य जांचों को भी मुफ्त करने पर विचार कर रही है। सेवानिवृत होने वाले डॉक्टरों को 65 वर्ष तक संविदा पर कार्य कराया जाएगा। उन्हें सेवानिवृत होने के दौरान मिल रहा वेतन ही दिया जाएगा। इन्हें सीएमओ या सीएमएस नहीं बनाया जाएगा। स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि एनआरएचएम घोटाला में जिन डॉक्टरों के नाम आए हैं, उन्हें भी महत्वपूर्ण पदों पर तैनाती नहीं दी जाएगी।
केंद्र सरकार एनआरएचएम घोटाले की आड़ लेकर राज्य के साथ भेदभाव कर रही है। प्रदेश सरकार ने पांच हजार करोड़ रुपये की मांग की, महज पंद्रह सौ करोड़ रुपये दिए गए। विभाग से भ्रष्टाचार खत्म करने का दावा भी किया। मुजफ्फरनगर दंगे के लिए उन्होंने भाजपा को जिम्मेदार ठहराया और आरोप लगाया कि भगवा पार्टी दंगे कराकर नरेंद्र मोदी को प्रधानमंत्री बनाने का सपना देख रही है। उत्तर प्रदेश में मोदी का कोई असर नहीं है। सपा सुप्रीमो मुलायम सिंह अगले प्रधानमंत्री होंगे। बसपा पर सांसद धनंजय सिंह का बचाव करने का भी आरोप लगाया।