फर्रुखाबाद: मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के लैपटॉप वितरण कार्यक्रम की व्यवस्था के लिए पहले से ही दिशा निर्देश जारी किये गए थे| कौन से पास धारक कहाँ बैठेंगे| कौन कौन कहाँ तक जा सकेगा| मगर कुछ कार्यकर्ताओ ने पुरानी समाजवादी पार्टी स्टाइल दिखाने में गुरेज नहीं रखी| जबरदस्ती अनुमति वाली जगहों में घुसने के लिए कई बार सुरक्षा कर्मियों से बेइज्जत हुए न बच सके| हालाँकि अखिलेश यादव को ये सब पसंद नहीं है मगर कार्यकर्ता तो हॉल बोल ज़माने का है| अपनी सरकार में भी हल्ला बोल ही देता है|
विश्वास गुप्ता और रंजीत चक धकेले गए-
कार्यक्रम समाप्ति के बाद जब अखिलेश यादव मंच से नीचे उतरने को हुए तभी सपा नेता विश्वास गुप्ता और रंजीत चक ने मंच पर चड़ने का प्रयास किया| उसी समय अखिलेश यादव की सुरक्षा में लगे अफसरों ने दोनों को पीछे धकेल दिया| बाद में मौका देख दोनों अखिलेश यादव तक पहुचने में सफल हो ही गए|
सपा नगर अध्यक्ष महताब खां के लिए उर्मिला ने खोला मोर्चा-
अखिलेश यादव के मंच पर मौजूद रहने वालो की सूची सपा जिलाध्यक्ष द्वारा प्रेषित की गयी थी| इस सूची में उर्मिला राजपूत और नगर अध्यक्ष महताब खा का नाम नदारद था| मंच पर चड़ने के लिए जब दोनों नेता पहुचे तो सुरक्षा कर्मी ने सूची में नाम न होने के कारण इन्हें रोक दिया| इस पर पूर्व विधायक उर्मिला राजपूत ने जिलाध्यक्ष के खिलाफ ही मोर्चा खोल दिया| उर्मिला ने चिल्ला चिल्ला कर कहा कि जब सतीश दीक्षित और चंद्रपाल यादव जिलाध्यक्ष होते थे तब उन्हें हमेशा मंच पर स्थान मिला| वैसे भी वे जिले की वरिष्ट सपा नेता है और पूर्व विधायक रही है| इसके बाद नगर मजिस्ट्रेट ने हस्तक्षेप किया तब दोनों नेता मंच पर पहुचे|
रजत क्रन्तिकारी भी चिल्लाते रहे-
अखिलेश यादव जब मंच से नीचे उतर वापस जाने को हुए तब कई छुटभैये नेताओ ने मौका ताड़ अखिलेश के पास जाने की असफल कोशिश की| मगर मुख्यंत्री के सुरक्षा कर्मियों के आगे उनकी एक न चली| रजत क्रन्तिकारी भी चिल्लाते रहे “मैंने बहुत लाठियां खायी है सपा के लिए” मगर कोई असर नहीं हुआ और मुख्यमंत्री से मिलने की हसरत…………|