सीएम ने किया आधा सैकड़ा छपाई कारखानों का निरीक्षण

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फर्रुखाबाद: रामनगरिया व कुंभ मेले में गंगा स्वच्छता को लेकर चल रही प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के निरीक्षण कार्यक्रम में शहर में नगर मजिस्ट्रेट के साथ निरीक्षण कार्यक्रम जारी रहा। जहां कारखानों के पानी को निर्धारित तिथियों में गंगा में न छोड़े जाने के निर्देश दिये गये।

जिलाधिकारी मुथुकुमार स्वामी द्वारा जारी किये गये आदेश के अनुसार रामनगरिया मेले से तीन दिन पूर्व व कुंभ मेले की तिथि से 10 दिन पूर्व छपाई फैक्ट्रियों द्वारा निकलने वाले कैमिकल को पूरी तरह से बंद किया जायेगा। जिसके चलते बीते दिन से प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के अधिकारियों के साथ सिटी मजिस्ट्रेट मनोज कुमार ने गंगा में जाने वाला नाला भी बंद कराया था। अंगूरी बाग क्षेत्र के छपाई कारखानों को निर्देशित किया था।

नगर मजिस्ट्रेट ने बुधवार को पुनः अंगूरी बाग के गंगा दरबाजा में छपाई फैक्ट्रियों का निरीक्षण किया और उन्हें हिदायत दी कि निर्धारित तिथियों में गंगा में गंदा पानी न छोड़ें। कुल मिलाकर नगर मजिस्ट्रेट ने 52 कारखानों के गंदे पानी को बंद कराया। खबर लिखे जाने तक नगर मजिस्ट्रेट का निरीक्षण जारी था। इस दौरान तहसीलदार सदर राजेन्द्र चौधरी व प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के अधिकारी यू सी वर्मा भी मौजूद रहे।

वहीं सिटी मजिस्ट्रेट मनोज कुमार ने कारखाना मालिकों से कहा कि अंदर गड्ढा कर पानी जमा कर लें। इस पर प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के यूसी वर्मा ने विरोध किया और कहा कि गड्ढे में पानी जमीन सोखेगी। वह पानी भी गंगा में ही जायेगा। इस पर तहसीलदार सदर आरपी चौधरी बिफर गए। उन्होंने कहा कि कारखाने चालू करने की एनओसी प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड देता है। पानी संचित करने की व्यवस्था कराये बिना वर्षो से कारखाने कैसे चल रहे हैं, उन्हें बोर्ड से एनओसी कैसे मिल गयी, अब पेंच लगाकर समस्या खड़ी कर रहे हैं।