पिछैती आलू पर तुषार व कोहरे का प्रकोप जारी, 441 से 610 रुपये तक रही मण्डी

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फर्रुखाबाद : बीते कई दिनों से पड़ रहे कोहरे व तुषार का प्रकोप अब पछेती आलू पर पड़ना तय माना जा रहा है। कुछ किसानों ने तुषार व पाला से बचने के लिए आलू की फसलों में दवा इत्यादि का छिड़काव तो किया है लेकिन धूप न निकलने से दवा भी पूर्णत: असर करती नहीं दिख रही है। जिससे पछेती आलू की पैदावार कम होने से भविष्य में आलू के भाव फिर आसमान छूने के आसार लगाये जा रहे हैं। वहीं कड़ाके की सर्दी में किसानों ने आलू की खुदाई भी कम कर दी है जिससे मण्डी में आलू की आवक भी कम हो गयी है। बीते कई दिनों से सातनपुर मण्डी में आलू का भाव 500 के इर्दगिर्द ही रही है। शुक्रबार को मण्डी जहां 441 रुपये प्रति कुन्टल के हिसाब से भाव खुला तो अच्छी किस्म का किसानों का आलू 500 से 610 रुपये तक में बिका।

बीते एक माह से सातनपुर मण्डी में आलू की आवक तेजी पकड़े हुए थी। जिसका कारण था कुछ किसान अपने खेतों में गेहूं की बुबाई की जल्दी में थे तो कुछ किसानों को यह चिंता सता रही थी कि कहीं जनवरी आते आते आलू के भाव में इतनी गिरावट न हो जाये जिससे उनकी लागत भी न निकले। लेकिन पूरे दिसम्बर तक आलू की खूब आवक हुई जिसकी खपत स्थानीय बाजारों से लेकर बाहरी मण्डियों में भी की गयी। आलू कच्चा होने से दूर की मण्डियों नासिक  इत्यादि में तो नहीं ले जाया जा सका लेकिन कुछ व्यापारियों ने बिहार इत्यादि में काफी आलू की खपत की। जिससे आलू के भाव में लगातार सुर्खी बनी रही। लेकिन बीते कुछ दिनों से आलू के भाव 500 के आस पास स्थिर बने हुए हैं। वहीं कुछ व्यापारियों का यह भी मानना है कि अब आलू के भाव 500 रुपये प्रति कुन्तल से कम नहीं होंगे। यही अंदाजा शायद किसानों ने भी लगा लिया। जिससे सातनपुर मण्डी में आने वाले आलू की आवक अब कम हो गयी है। जिन किसानों को आलू के खेतों में मक्का की बुबाई करनी है उन्हें आलू खोदने की कोई जल्दी नहीं है। वह आलू के और अधिक सुर्खी के इंतजार में रोके हुए हैं।आलू की १० रेकें लगने व मण्डी में आवक कम होने के बाद भी अभी आलू भाव में कोई ज्यादा सुर्खी नहीं आयी है। शुक्रवार को सातनपुर मण्डी में सामान्य आलू का भाव 441 रुपये खुला तो वहीं छट्टा आलू 500 रुपये तक में बिका। लाल गुलाल आलू जिसकी बाहरी मण्डियों में ज्यादा मांग है के भाव 610 रुपये भी पार कर गये।