आधा सत्र बीतने के बाद भी छात्रों को नहीं मिल सकी ड्रेस

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फर्रुखाबाद: बेसिक शिक्षा विभाग में सरकार के लाख प्रयासों के बावजूद भी कोई सुधार होता नजर नहीं आ रहा है। सर्व शिक्षा अभियान के तहत जहां सरकार बच्चों को ड्रेस से लेकर खाने तक की व्यवस्था के लिए रुपया मुहैया करा रही है वहीं बेसिक शिक्षा विभाग के अधिकारियों की मिलीभगत व भ्रष्टाचारी रवैये के चलते अधिकांश विद्यालयों में आधा सत्र बीतने के बाद भी छात्र छात्राओं को ड्रेसें नहीं मिल सकीं हैं। मिड डे मील के नाम पर भी सरकारी धन का मात्र बंदरबांट किया जा रहा है। मुख्यालय से सटे प्राथमिक व पूर्व माध्यमिक विद्यालय फतेहगढ़ का भी यही हाल है। जहां पर नौनिहालों को अभी तक न तो ड्रेस वितरण की गयी है और न ही मीनू के अनुसार मिड डे मील ही दिया जा रहा है।

प्रदेश के प्राथमिक विद्यालयों की दशा सुधारने के लिए सरकार जितनी प्रयासरत है उतने ही बेसिक शिक्षा विभाग के अधिकारी व शिक्षक मिलकर सरकारी योजनाओं को धूल में मिलाने पर जुटे हुए हैं। ड्रेस वितरण का फरमान 15 अगस्त को ही जारी कर दिया गया था लेकिन ड्रेसें वितरित न हो पाने पर गांधी जयंती 2 अक्टूबर को हर हालत में ड्रेस वितरण का कार्यक्रम पूर्ण किये जाने की बात कही गयी थी। लेकिन भ्रष्ट अधिकारियों व शिक्षकों की मिलीभगत के चलते शिक्षा सत्र लगभग आधा बीत चुका है लेकिन अभी जनपद में अधिकांश स्कूलों में ड्रेस वितरण नहीं कराया जा सका है। यदि बात ग्रामीण क्षेत्र के दूर दराज के विद्यालयों की हो तो भी चलता है लेकिन यहां तो प्रशासनिक अधिकारियों के नाक के नीचे डीआईओएस कार्यालय के पीछे स्थित प्राथमिक विद्यालय फतेहगढ़ के छात्रों को ही ड्रेस वितरित नहीं की गयी।

जेएनआई टीम द्वारा जब इसकी हकीकत जानने के लिए बुधवार को जाकर देखा तो वहां पर प्रधानाध्यापक गायब मिले। मिड डे मील के नाम पर बर्तन भी गीले नहीं किये गये। बच्चों से पूछने पर पता चला कि तीन दिन से कोई मिड डे मील नहीं बना। विद्यालय में कुल 104 छात्र छात्रायें पंजीकृत हैं। जिनमें से मात्र 42 छात्रों को ही सिंगिल ड्रेस वितरित की गयी। जबकि प्रशासन द्वारा दो दो ड्रेसें छात्रों को वितरित किये जाने के लिए फरमान जारी किये गये हैं। विद्यालय में 62 छात्रों को अभी तक कोई भी ड्रेस वितरित नहीं की गयी है। मौजूद छात्र राहुल, चमन, सुखदेव, शिवम, आशीष, निशांत, अनुज अमन ने बताया कि उन्हें अभी तक ड्रेस नहीं दी गयी।
विद्यालय में प्रधानाध्यापक पुष्पलता द्विवेदी, सहायिका गायत्री, पूनम, शिक्षामित्र माया तैनात हैं। छात्रों के अनुसार विद्यालय में अधिकांश दिनों में मिड डे मील नहीं बनवाया जाता।

वहीं पूर्व माध्यमिक विद्यालय फतेहगढ़ में प्रधानाध्यापक इरफान, सहायक ब्रजकिशोर, तहसीम खां तैनात है। बुधवार को प्रधानाध्यापक इरफान के बारे में पूछा गया तो बताया कि वह ट्रेनिंग पर गये हैं। जब अन्य शिक्षकों से पूछा तो पता चला कि विद्यालय में कुल 71 छात्र छात्रायें पंजीकृत हैं। जिनमें से मात्र 24 छात्र ही उपस्थित थे। विद्यालय में न तो टेबिल हैं और न ही पंखे इत्यादि लगवाये गये हैं।

प्रशासनिक अधिकारियों के लिए बड़े ही शर्म की बात है कि उनके दफ्तरों के पीछे बने विद्यालयों में ही गरीब छात्र छात्राओं के नाम पर आने वाले धन का बंदरबांट कर धन खर्च कर लिया जाता है और बच्चों को सत्र बीत जाने तक शासन द्वारा उपलब्ध करायी गयीं सुविधायें नहीं मिल पाती हैं।