स्नातक और परास्नातक शिक्षा में स्वकेंद्र होगी प्रणाली खत्म

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लखनऊ:उत्तर प्रदेश के विश्वविद्यालयों व डिग्री कॉलेजों में होने वाली स्नातक (यूजी) व परास्नातक (पीजी) की परीक्षाओं में भी अब स्वकेंद्र प्रणाली खत्म होगी। परीक्षा केंद्रों पर सीसीटीवी कैमरे लगाए जाएंगे। प्रबंधतंत्र के लोग परीक्षा केंद्र के 200 मीटर के दायरे में नहीं रहेंगे। परीक्षाओं में नकल पर इस पर नकेल कसी जाएगी। यह घोषणा उप मुख्यमंत्री डॉ. दिनेश शर्मा ने की।

वह बुधवार को लखनऊ विश्वविद्यालय में उपस्थित लोगों को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय व डिग्री कॉलेजों के शिक्षकों की सेवानिवृत्त आयु भी 62 वर्ष से बढ़ाकर 65 वर्ष की जाएगी। इस पर काम किया जा रहा है। कहा कि वह किसी कॉलेज का नाम नहीं लेंगे, लेकिन तमाम ऐसे हैं जो प्रवेश के समय ही विद्यार्थी को पास करवाने का ठेका ले लेते हैं। ऐसे में इस पर नकल पर प्रभावी ढंग से रोक लगाई जाएगी। साथ ही विवि व डिग्री कॉलेजों में पढ़ रहे विद्यार्थियों को अब नए शैक्षिक सत्र से छह महीने का कौशल विकास का कोर्स भी पढ़ाया जाएगा। स्नातक व परास्नातक कर रहे विद्यार्थी इसे पढऩे के बाद सीधे रोजगार हासिल कर सकेंगे। उन्होंने यह भी बताया कि शिक्षकों को जल्द मेडिकल सुविधाओं का भी लाभ दिया जाएगा।

डिग्री कॉलेजों को ऑनलाइन ही मिलेगी संबद्धता
डॉ. दिनेश शर्मा ने कहा कि नकल पर नकेल कसने के साथ-साथ ऑनलाइन संबद्धता देने के मामले पर भी हल्ला खूब मचेगा, लेकिन वह इसकी चिंता नहीं करते। पारदर्शिता व सुधार के लिए अब कॉलेजों को कोर्स चलाने के लिए ऑनलाइन संबद्धता मिलेगी।
ताजमहल अलौकिक इमारत
डॉ. दिनेश शर्मा ने कहा कि ताजमहल एक अलौकिक इमारत है। उन्होंने इसकी खूबसूरती की तारीफ की और यह भी कहा कि इतनी अच्छी इमारत बनाने के बाद बादशाह ने कारीगरों के हाथ कटवा दिए यह प्रचलित है।