चुनावी जुगाड़: आलू के साथ रूठों को बफादारी का नमक चटानें का प्रयास!
फर्रुखाबाद:(जेएनआई ब्यूरो) ख़्वाजा साजिद ने खूब एक शेर कहा है कि कल सियासत में भी मोहब्बत थी, अब मोहब्बत में भी सियासत है! यह उस आलू पार्टी के ऊपर सटीक बैठती है जो शुक्रवार को रूठों को मनाने के लिए आयोजित की गयी थी| आलू पार्टी शहर के माननीय के लिए पार्टी के एक अतिविशिष्ठ […]
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