फर्रुखाबाद: राजस्थान के जिला धवलपुर दियोली राजाखेड़ा के ग्रा मरैना निवासी 10 वर्षीय शिवम शर्मा पुत्र राकेश शर्मा कानपुर अपनी ननिहाल आने के दौरान 7 सितम्बर को उसका दो बदमाशों ने अपहरण कर लिया था। जिसके बाद बदमाश उसे कानपुर स्टेशन से पैसेंजर गाड़ी से फर्रुखाबाद की तरफ आ रहे थे। तभी बच्चे द्वारा इसकी जानकारी ट्रेन में मौजूद अन्य सवारियों को देने पर शिवराजपुर स्टेशन पर दोनो युवकों की जमकर पिटायी गयी। पिटायी के बाद बच्चे को लोगों ने जीआरपी पुलिस को सौंप दिया। जीआरपी थाना फतेहगढ़ ले आयी। जहां से उसे छक्कूलाल बालगृह जसमई दरबाजा भेज दिया गया।
मासूम से मिली जानकारी के मुताबिक वह अपने ताऊ महावीर के साथ तकरीबन पांच दिन पूर्व ताऊ महावीर की ससुराल कानपुर आया था। बच्चे के पिता राजेश कुमार ने बताया कि 7 सितम्बर को उसकी चार बजे बच्चे से बात हुई। साढ़े चार बजे उसकी ताई उर्मिला ने बताया कि शिवम बाहर खेल रहा है। साढ़े चार बजे दो आदमी आये जिन्होंने शिवम का मुहं बंद कर लिया। जिसके बाद बच्चे को पकड़कर टैक्सी पर बैठाकर कानपुर रेलवे स्टेशन ले आये। जहां पर बच्चे को धमका कर 8 बजे की पैंसेंजर ट्रेन पर बैठाकर ले आये।
वहीं बच्चे शिवम के अनुसार शिवराजपुर स्टेशन पर दोनो बदमाश पानी पीने चले गये तभी वह दूसरे डिब्बे में आ गया। जहां पर वह दोनो बदमाश भी पहुंच गये। वहां बैठे कुछ व्यक्तियों को उसने पूरी बात बतायीं तो लोगों ने उन दोनो की पिटायी कर दी। इसके बाद शिवम को लोगों ने जीआरपी पुलिस को सौंप दिया। जहां जीआरपी के एक जवान ने फतेहगढ़ कोतवाली पुलिस को शिवम को सौंप दिया। पुलिस ने लावारिश बच्चे की सूचना बाल कल्याण समिति के सदस्य डा0 एम एस सिद्दीकी को दी। जिसके बाद उन्होंने बच्चे को लिखा पढ़ी के बाद छक्कूलाल बालगृह सौंप दिया था।
शिवम के पिता राजेश ने बताया कि उनको बीते दिन 7 बजे पुलिस ने सूचना दी कि उनका पुत्र फर्रुखाबाद में है। इसके बाद राजेश व उसकी पत्नी रूपा शर्मा पहले कानपुर बर्रा 2 स्थित अपने साढ़े के यहां आये इसके बाद वह फर्रुखाबाद आये। फिलहाल शिवम को उसके मां बाप को सौंप दिया गया। मां रूपा अपने बच्चे को सही सलामत पाकर फूली नहीं समायी।