फर्रुखाबाद:(जेएनआई ब्यूरो) शिक्षा अधिकारियों द्वारा प्रेरणा पोर्टल पर डाटा फीडिंग का कार्य बीआरसी पर तैनात प्रशिक्षित कंप्यूटर ऑपरेटर की जगह शिक्षकों जबरन कराने और डाटा फीडिंग को लेकर शिक्षकों के विरुद्ध विभागीय कार्यवाही करने का विरोध करते हुए राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ उत्तर प्रदेश ने महानिदेशक स्कूल शिक्षा उत्तर प्रदेश लखनऊ को पत्र लिखकर आंदोलन की चेतावनी दी है।
राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ के जिलाध्यक्ष संजय तिवारी ने बताया है कि प्रेरणा पोर्टल पर शिक्षकों से जबरन डाटा फीडिंग कराने को लेकर बाध्य करने एवं खण्ड शिक्षा अधिकारियों द्वारा नियम विरुद्ध मनमाने ढंग से शिक्षकों का वेतन अवरुद्ध करने और अन्य कार्यवाही करने पर राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ उ०प्र० के संरक्षक गोविन्द तिवारी, अध्यक्ष अजीत सिंह, कार्यकारी अध्यक्ष मातादीन द्विवेदी, संगठन मंत्री शिवशंकर सिंह एवं महामंत्री भगवती सिंह ने संयुक्त रूप से महानिदेशक, स्कूल शिक्षा, उ०प्र० को लिखे पत्र में कहा है कि विभाग द्वारा जारी विभिन्न आदेशों के क्रम में प्रेरणा पोर्टल पर डाटा फीडिंग और अपलोडिंग का कार्य प्रधानाध्यापकों एवं प्रभारी प्रधानाध्यापकों से कराए जाने हेतु दबाव बनाया जा रहा है, जबकि इस तरह के जटिल तकनीकी कार्य हेतु बीआरसी पर प्रशिक्षित कम्प्यूटर ऑपरेटर तैनात किए गए हैं।
उन्होंने कहा है कि प्रेरणा पोर्टल पर डाटा फीडिंग हेतु परिषदीय विद्यालयों में न तो कम्प्यूटर, टेबलेट जैसे आवश्यक उपकरण हैं और न ही अधिकांश शिक्षक डाटा फीडिंग जैसे जटिल कार्य को कर पाने में दक्ष हैं। ऐसी स्थिति में शिक्षक प्रेरणा पोर्टल पर डाटा फीडिंग और अपलोडिंग करने में असमर्थ हैं। कतिपय जनपदों में उक्त कार्य मे शिथिलता होने पर शिक्षकों पर विभागीय कार्यवाही, वेतन अवरुद्ध करने आदि की चेतावनी दी जा रही है।
संगठन ने चेतावनी देते हुए कहा है कि अगर डाटा फीडिंग के नाम पर शिक्षकों का किसी भी प्रकार का उत्पीड़न किया जाता है, तो संगठन आंदोलन के लिए बाध्य होगा। संगठन ने मांग करते हुए कहा है कि डाटा फीडिंग का कार्य साधनविहीन व अप्रशिक्षित प्रधानाध्यापकों एवं प्रभारी प्रधानाध्यापकों से न कराकर बीआरसी पर तैनात कम्प्यूटर ऑपरेटर्स से कराया जाए, जिससे शिक्षक अपने मूल दायित्व पठन-पाठन को पूर्ण मनोयोग से कर सकें।