लखनऊ:भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष डॉ. लक्ष्मीकांत वाजपेयी ने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने पत्रकार की हत्या के मामले में मंत्री राममूर्ति सिंह वर्मा को बर्खास्त करने के साथ ही गिरफ्तार कराने की मांग की है। गोरखपुर में आज भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष ने गोरखपुर के कसरवल में निषाद आंदोलन के दौरान भड़की हिंसा का दोष राज्य सरकार पर जड़ा है।
गोरखपुर जेल में बंद आंदोलनकारी निषाद नेताओं से आज मुलाकात के बाद वाजपेयी ने उत्तर प्रदेश की कानून व्यवस्था को चिंताजनक बताते हुए आरोप लगाया कि सरकार अपराधियों को संरक्षण देने में लगी है। उन्होंने कहा कि सरकार के मंत्री राममूर्ति सिंह वर्मा पर एक पत्रकार की हत्या के आरोप है। उनके खिलाफ मुकदमा भी दर्ज कर लिया गया है, लेकिन मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने उन्हें अब तक अपने मंत्रिमंडल से बर्खास्त नहीं किया है। उन्होंने मांग की कि हत्या के आरोपी मंत्री को तत्काल बर्खास्त कर उनकी गिरफ्तारी हो।
उन्होंने निषाद आंदोलन के दौरान गोरखपुर में हिंसा के लिए सरकार को कसूरवार ठहराया। उन्होंने कहा कि सरकार ने पुलिस की गोली के दम पर शांतिर्पूण ढंग से आंदोलन कर रहे निषाद बिरादरी के लोगों को दबाने का प्रयास किया। पुलिस की गोली से युवक की मौत हो गई। उन्होंने सपा के इस आरोप को निराधार बताया कि निषादों को अनुसूचित जाति का दर्जा देने में केंद्र की भाजपा सरकार बाधक है। वाजपेयी ने कहा कि केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार हर गरीब-मजदूर और वंचित तपके की सरकार है। उसका लक्ष्य सबका साथ सबका विकास है । इसी भावना के तहत केंद्र सरकार ने आज किसानों के बकाये गन्ना मुल्य का भुगतान करने के लिए छह हजार करोड रुपया स्वीकृत किया है।