नई दिल्ली। बीजेपी मुजफ्फरनगर दंगों के आरोपी विधायकों संगीत सोम और सुरेश राणा का सम्मान करेगी। इन दोनों विधायकों को मुजफ्फरनगर में दंगा भड़काने के आरोप में गिरफ्तार किया गया था। पार्टी दोनों का सम्मान आगरा में 21 नवंबर को होने वाली नरेंद्र मोदी की रैली के दौरान करेगी। ये दोनों ही विधायक फिलहाल जमानत पर हैं। उधर, पार्टी अध्यक्ष राजनाथ सिंह ने कहा है कि उन्हें इस तरह के कार्यक्रम की कोई जानकारी नहीं है।
पार्टी का कहना है कि दोनों विधायकों का सम्मान इसलिए किया जाएगा ताकि पार्टी कार्यकर्ताओं को राज्य सरकार के खिलाफ लड़ाई के लिए प्रेरणा मिले। पार्टी ने आरोप लगाया है कि दोनों विधायकों को पीड़ितों की बात करने के बदले फर्जी मामलों में फंसाकर जेल भेज दिया गया था।
[bannergarden id=”8″][bannergarden id=”11″]
इससे पहले नरेंद्र मोदी भी बहराइच की अपनी रैली में कह चुके हैं कि संगीत सोम और सुरेश राणा को फर्जी मामलों में फंसाकर बीजेपी को बदनाम करने की साजिश रची गई है। गौरतलब है कि संगीत सोम और सुरेश राणा को सितंबर में दंगा भड़काने के आरोप में गिरफ्तार किया गया था। सोम पर तो ये भी आरोप लगा था कि उन्होंने सोशल नेटवर्किंग वेबसाइट पर भड़काऊ वीडियो डाला।
दागी नेताओं को सम्मानित करने के बीजेपी के फैसले पर तमाम राजनीतिक पार्टियां सवाल उठा रही हैं। समाजवादी पार्टी का कहना है कि बीजेपी के इस फैसले से इस बात की मुहर लग गई है कि बीजेपी सांप्रदायिकता की राजनीति करती है।
एसपी के राष्ट्रीय महासचिव राम गोपाल यादव ने कहा कि हमारी बात पर मुहर लग गया कि ये लोग सांप्रदायिकता की राजनीति करते है। ये सच है कि रासुका हटा है, लेकिन बाकी धाराएं हैं और ये लोग जेल जाएंगे। वहीं नरेश अग्रवाल ने कहा कि बीजेपी गुजरात के दंगे कराने वालों को सम्मानित करती है। बीजेपी वाले चाहते हैं कि हिन्दू मुसलमान की लड़ाई हो। वो बंटवारे की राजनीति करना चाहते हैं।