फर्रुखाबाद: तब जिले में कुल मिलाकर 50 कंप्यूटर भी नहीं हुआ करते थे| काली सफ़ेद स्क्रीन वाले मोनिटर और सायरेक्स कंप्यूटर| ऐसे समय में बड़ा रिस्क लेकर जिस युवक ने उस समय छोटे जिले में कंप्यूटर शिक्षा का संस्थान खोल एप्टेक ने एक सपना दिखाया था उसका नाम है शैलेन्द्र| शैलेन्द्र के पिता शिक्षा विभाग में इंस्पेक्टर रहे और उनका भी बेटे के करियर बनाने में बड़ा सहयोग रहा| हिंदुस्तान होटल के बेसमेंट में बड़ा का स्टडी सेंटर किसी बड़े शहर होने का एहसास दिलाने लगा था| वर्ष 1998 में शैलेन्द्र ने इस संस्थान की जो कमान संभाली तो पीछे मुड कर नहीं देखा| शिक्षा की गुणवत्ता से कोई समझौता नहीं किया| यही मूलमंत्र था उनकी सफलता का| आज फर्रुखाबाद में कंप्यूटर शिक्षा में सबसे बड़ा नाम लेकर काबिज है| पिछले पंद्रह साल में अपने संस्थान में 11000 से ज्यादा बच्चो/बड़ो को कंप्यूटर शिक्षा दे चुके फर्रुखाबाद के एप्टेक कंप्यूटर शिक्ष्ण संस्थान के निदेशक शैलेन्द्र दुबे से एक मुलाकात शिक्षक दिवस पर-
[bannergarden id=”8″][bannergarden id=”11″]
सवाल- बच्चो में कंप्यूटर शिक्षा के प्रति जागरूकता कैसे बढ़ी|
शैलेन्द्र- उस समय कंप्यूटर नया नया आया था| मीडिया में खबरे भी छपती थी| धीरे धीरे लोगो में बच्चो को कंप्यूटर शिक्षा दिलाना एक स्टेटस सिम्बल भी बन गया| और इस तरह कंप्यूटर शिक्षा में बूम आ गया|
सवाल- कंप्यूटर शिक्षा क्यूँ आवश्यक है?
शैलेन्द्र- अच्छा सवाल है, इसे यू समझिये कि आज के जमाने में शिक्षित होना और न होना वैसा ही है जैसा तमाम डीग्रियो के बाबजूद कंप्यूटर चलाना आता है या नहीं| यानि आज के युग में जब बात करने से लेकर कपडे धोने तक में computerised प्रणाली का इस्तेमाल हो रहा है तब कंप्यूटर शिक्षा बहुत आवश्यक है|
सवाल- आज तक कितने बच्चे आपके संस्थान से पढ़ कर निकले है और कहाँ कहा कितनो को रोजगार मिला है?
शैलेन्द्र- पिछले पंद्रह साल में लगभग 11000 छात्र छात्राओं ने कंप्यूटर सीखा है हमारे संस्थान से| बहुत से लोगो को विदेश में भी रोजगार मिला| आज बहरीन, अरब और काठमांडू में हमारे संस्थान के छात्र काम कर रहे है| लगभग 4500 बच्चो को प्लेसमेंट भी दिलाया है|
सवाल- कंप्यूटर शिक्षा महगी है क्यों?
शैलेन्द्र- नहीं अब कंप्यूटर शिक्षा महगी नहीं है| हाँ स्पेशल कोर्स जरुर महगे होते है मगर उनको करने के बाद जॉब भी अच्छा मिलता है| बेसिक कोर्स के लिए बहुत फीस नहीं चुकानी पड़ती|
सवाल- जैसे जिले में नक़ल के दम पर हाई स्कूल, इंटर और ग्रेजुएट की डिग्री बाटी जा रही है, कंप्यूटर शिक्षा में भी ऐसा हो रहा है?
शैलेन्द्र- नहीं ये सम्भव नहीं है| खाली डिग्री या सर्टिफिकेट लिए कोई भी कंप्यूटर शिक्षित नहीं कहा जा सकता| यहाँ सब कुछ प्रैक्टिकल से होता है| और नौकरी में भी वही जरुरत है| कंप्यूटर चलाना नहीं आता है और सर्टिफिकेट लिए घूम रहे है तो काम नहीं कर सकते|
सवाल- शिक्षक दिवस पर क्या सन्देश देंगे उन लोगो को जो कंप्यूटर शिक्षा ग्रहण करना चाहते है?
शैलेन्द्र- कंप्यूटर शिक्षा में प्रवेश लेने से पहले संस्थान का सही चुनाव करना बहुत जरुरी है| आज गली कूचो में कंप्यूटर इंस्टिट्यूट खुल गए है जो बेसिक जानकारी भी पूरी नहीं देते| लोग सस्ते के चक्कर में फस जाते है| इसके आलावा वे अधिकृत सर्टिफिकेट भी उपलब्ध नहीं करा पाते| आने वाले समय में अब कोई भी सरकारी नौकरी बिना कंप्यूटर ज्ञान के नहीं मिलने वाली है|