जौनपुर: उत्तर प्रदेश के जौनपुर में घर से भागी छात्रा ने शनिवार को महिला थाने में फांसी लगाकर जान दे दी। उसे पुलिस खोजकर लाई थी, परंतु परिवार के लोगों ने अपनाने से इनकार कर दिया। इस मामले में एसपी ने मछलीशहर कोतवाली के एसएसआई क्षत्रपति सिंह और तीन महिला सिपाहियों को निलंबित कर दिया है। कोतवाल और महिला थाने की प्रभारी की भूमिका की जांच की जा रही है।
मछलीशहर कोतवाली के राजगढ़ गांव की छात्रा को पुलिस ने शुक्रवार को रोडवेज से पकड़ा था। पुलिस ने उसे उसके घरवालों के हवाले करना चाहा तो घरवालों ने लेने से इनकार दिया। नतीजतन पुलिस ने छात्रा को महिला थाने के सुपुर्द कर दिया।
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छात्रा तीन जुलाई को 11वीं कक्षा में दाखिला लेने को कह कर घर से निकली थी। शाम तक नहीं लौटी तो घर वालों ने खोजबीन शुरू की।
वे कोतवाली गए पर पुलिस ने तहरीर लेने के बजाय उसे खोजने की सलाह दी। इस बीच पता चला कि छात्रा को उसकी भाभी का भाई सुभाष बिंद भगा ले गया है।
शुक्रवार को पुलिस ने सुभाष के बताने पर छात्रा को रोडवेज से पकड़ लिया। छात्रा को अपनाने से घर वालों के इनकार करने पर पुलिस ने उसको महिला सिपाही प्रिया दूबे और एक अन्य सिपाही की निगरानी में जिला मुख्यालय स्थित महिला थाने भेज दिया।
शनिवार को दोपहर करीब साढ़े तीन बजे बिजली कटी तो निगरानी में लगी महिला सिपाही छात्रा को बैरक से बाहर निकालने के लिए गई, पर वहां का मंजर देख आवाक रही गई। छात्रा का शव दुपट्टे के सहारे पंखे से लटक रहा था।
घटना की सूचना मिलने पर डीएम सुहास एलवाई, एसपी हैप्पी गुप्तन मौके पर पहुंचे, लेकिन छात्रा के घर का कोई नहीं आया। एसपी ने लापरवाही बरतने में पुलिस वालों पर कार्रवाई की।
इस बीच मड़ियाहूं के ठेंगहा तथा दाउदपुर गांव से एक-एक युवक को हिरासत में लिया गया है।