FARRUKHABAD : आगामी लोकसभा चुनाव को लेकर भाजपा में अब अपनी अपनी ताकत को प्रदर्शित करने में वरिष्ठ नेता कोई कोर कसर छोड़ने को तैयार नहीं है। इसके लिए दीवारों पर बाल पेंटिंग हो या होर्डिंग्स जगह जगह लगने शुरू हो गये हैं। हर दावेदार अपनी अपनी गोट फिट करने में जुट गया है। टिकट किसे मिलेगी यह विषय बाद का है परन्तु दावेदारों ने अभी से ही क्षेत्र में चुनावी बिगुल सा फूंक दिया है। फर्रुखाबाद के 5 दावेदारों के साथ मैनपुरी और एटा के 1-1 दावेदार भी टिकेट की दौड़ में सुमार हो गए है|
भारतीय जनता पार्टी में पहले से ही गुटबाजी एक दूसरे पर हावी रही। पहले मण्डल चुनावों को लेकर उठापटक मची उसके बाद जिलाध्यक्ष के मनोनयन पर भी कइयों ने मुहं सिकोड़ा तो वहीं जिला कमेटी की घोषणा के बाद तो जैसे रुष्ट पदाधिकारी खुलकर ही सामने विरोध करने पर उतर आये थे। अभी मामला ठंडा भी नहीं पड़ा कि अब लोकसभा चुनाव को लेकर दावेदारी ठोकने में जुटे पार्टी पदाधिकारी हर संभव प्रयास में हैं। पार्टी के दावेदारों में पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष मुकेश राजपूत, कायमगंज की पूर्व चेयरमैन मिथलेश अग्रवाल के अलावा डा0 रजनी सरीन, पूर्व सांसद मुन्नूबाबू, पूर्व विधायक सुशील शाक्य व डा0 राजेश्वर सिंह के साथ-साथ कुछ और नेता भी माहौल बनाने में जुटे हुए हैं। दीवारों पर जगह जगह अच्छी सरकार लाने की जिम्मेदारी से लवरेज विभिन्न नेताओं की बाल पेंटिंगें चमचमाने लगीं हैं। होर्डिंग्स इत्यादि भी बिजली के खम्भों पर लटकने लगी हैं।
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बात करें मुकेश राजपूत की तो मुकेश, पूर्व मुख्यमंत्री कल्याण सिंह के सहारे अपना चुनाव प्रचार करने में जुट गये हैं तो वहीं डा0 रजनी सरीन के बारे में चर्चायें आम हैं कि उन्होंने दिल्ली में कहीं अपनी गोट फिट कर रखी है। उन्हें वहां से कुछ इशारा मिलता नजर आ रहा है। तो वहीं मिथलेश अग्रवाल का भी प्रदेश नेतृत्व में पौआ फिट बताया जा रहा है। मुन्नूबाबू वैसे तो अक्सर भाजपा की बैठक से नदारद दिखायी देते थे लेकिन लोकसभा चुनाव के नजदीक आने के बाद पूर्व सांसद के नाते उनकी दावेदारी को लेकर भी अटकलें लगायीं जा रहीं हैं। पूर्व विधायक सुशील शाक्य जोकि बीते विधानसभा चुनाव में अमृतपुर क्षेत्र से प्रत्याशी रह चुके हैं वह भी टिकट के लिए अपनी पुरजोर कोशिश में जुटे हुए हैं।
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एटा और मैनपुरी के भी दावेदार
मैनपुरी के डा0 राजेश्वर सिंह जो कि अंत्योदय प्रकोष्ठ के प्रदेश प्रमुख हैं, भी अच्छी सरकार लाने की दुहाई जगह जगह लगायी गयी बाल पेंटिंग में दे रहे है। अब एक अनार और सौ बीमार की स्थिति भाजपा में सामने आ गयी है। किसे टिकट मिलती है, किसे नहीं। बीते विधानसभा चुनाव में तो भाजपा ने जो प्रदर्शन जनता द्वारा अन्य जगहों पर किया वह किसी से छिपा नहीं। अब आगामी विधानसभा चुनाव में भाजपा की स्थिति क्या होती है यह तो वक्त ही बतायेगा।
अलीगंज के अशोक रत्न शाक्य भी टिकट के दावेदारों में शामिल हो गए हैं। मुख्य बात यह है कि श्री शाक्य पूर्व मुख्य मंत्री कल्याण सिंह के खास समर्थकों में शामिल हैं। इस तरह फर्रुखाबाद में कल्याण सिंह के दो समर्थक टिकट मांगने वालों में शामिल हो गए हैं।
कौन है अशोक रत्न शाक्य
अशोक रत्न शक्य अलीगंज के भाजपा नेता हैं। पार्टी ने विधान सभा चुनाव में उन्हें टिकट दी थी। पर उसी दौरान उन्हें दिल का दौर पड़ा जिस कारण वह चुनाव नहीं लड़ सके। अब वह फर्रुखाबाद से लोक सभा की टिकट के दावेदार हो गए हैं। उन्होंने अपने नाम के फोटो सहित होर्डिंग लगवा दिए हैं। श्री शाक्य जिला अध्यक्ष से मिलकर टिकट की दावेदारी करके गए हैं। शाक्य नेताओं में किसान मोर्चा के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष सुशील शाक्य भी टिकट मांग रहे हैं। अन्दर खाने की खबर ये है कि उनके वर्तमान जिला अध्यक्ष दिनेश कटियार से छत्तीस के आंकड़े हैं। इस तरह जिलाध्यक्ष दुसरे शाक्य नेता के आ जाने से मन ही मन विवेकानंद हो चले हैं। लेकिन अशोक रत्न शाक्य के आने से मुकेश राजपूत के लिए उलझन बाद सकती है। चूँकि अशोक रत्न भी कल्याण सिंह के चहेते है इसलिए देखना होगा कि कल्याण अब अपने दो चेलों में से किसे तरजीह देते हैं|