कायमगंज: लेखपालों व वकीलों का विवाद तूल पकड़ता जा रहा है। जिलाधिकारी के निर्देश के बाद उपजिलाधिकारी ने बीते दिवस वकील के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराने के बाद तहसील अधिवक्ता व मुन्सिफ कोर्ट अधिवक्ताओं ने हड़ताल कर दी। तहसील सभागार में आयोजित बैठक में मामले की रूपरेखा तैयार की गयी। जिसमें सर्वसम्मति से पांच लोगों का पैनल तैयार किया गया। यह पैनल उपजिलाधिकारी से मिलकर एफआईआर वापस लेने की बात करेगा। इसके बाद ही अगला कदम उठाया जायेगा।
बुधवार को तहसील सभागार में तहसील बार एसोसियेशन की मौजूदगी में एक बैठक का आयोजन किया गया। जिसमें सर्वसम्मति से निर्णय लिया गया कि पांच सदस्यों की एक टीम उपजिलाधिकारी राकेश कुमार पटेल से मिलेगी और पूरे प्रकरण के सिलसिले में बात करेगी तथा सर्नेश यादव व परम मिश्रा के खिलाफ लिखायी गयी एफआईआर को वापस लेने की बात करेगी। अगर मामला बातचीत से सुलझता है तो ठीक, नहीं तो तहसील बार एसोसियेशन अनिश्चित कालीन हड़ताल पर बैठ जायेगी।
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बैठक में अधिवक्ता सुभाष सक्सेना ने कहा कि यह लड़ाई भ्रष्टाचार की है, न कि सर्नेश यादव व परम मिश्रा की। बातचीत से मामला निपटता है तो ठीक, नहीं तो सभी अधिवक्ता इस लड़ाई में एकजुट होकर यह लड़ाई लडे़गे। ग्रामीण आंचल से आये ग्रामीण अगर वकीलों से नहीं मिलेगे तो उनका काम कैसा होगा। उन्होंने आगे बोलते कहा कि अपराध हो रहा है और हम लोग मूक दर्शक बने देख रहे हैं। अगर इस लड़ाई में हम लोग कुछ नहीं करते तो आगे मामला और भी घातक हो सकता है। उन्होंने एफआईआर वापस लिये जाने की मांग की। जिस पर सभी अधिवक्ताओं ने एकराय होकर उनकी बात का समर्थन किया। अधिवक्ता गेंदालाल ने कहा कि यह बड़ी समस्या नहीं हैं इससे बडे बडे मामले बातचीत से सुलझाये गये हैं। यह मामला भी बातचीत से सुलझ जायेगा। अगर यह मामला बातचीत से सुलझ जाये तो ठीक है। पहले से हम लोग किसी भी प्रकार का धरना प्रदर्शन आदि नहीं करेंगे। जब हमारे समक्ष निर्णायक स्थिति पैदा होगी तभी कोई ठोस कदम उठाया जायेगा।
अधिवक्ता आलेहसन ने कहा कि हमारे तहसील की व्यवस्था पूरी तरीके से सड़ चुकी है। यह अब सुधरने वाली नहीं है। भ्रष्टाचार ने अपनी जडे़ मजबूत कर लीं हैं। पूरी तहसील में भ्रष्टाचार अपनी चरम सीमा पर है। लेखपाल, कानूनगो बिना सुविधा शुल्क लिये कोई काम करने को तैयार नहीं है। जब किसी ने भी इन लेखपाल कानूनगो के खिलाफ अधिवक्ता द्वारा कोई आवाज उठानी चाही तो उसका यही अन्जाम हुआ। हम लोगों को मिलकर यह लड़ाई लड़नी है। भ्रष्टाचार को बढ़ावा शासन स्तर से दिया जा रहा है। जिसके चलते भ्रष्टाचार अपने पैर पसारे हुए है। बैठक के अंत में बार एसोसियेशन के अध्यक्ष कर्मवीर रस्तोगी ने दो टूक शब्दों में कहा कि जो पैनल आप सबकी राय से बनाया गया है। यह पैनल उपजिलाधिकारी से जाकर बात करेगा और परम मिश्रा व सर्नेश यादव पर जो झूठी एफआईआर लिखायी गयी है उसे वापसी लिये जाने की बात करेगी। अगर इससे काम नहीं चलेगा तो बार एसोसियेशन अनिश्चित कालीन हडताल पर बैठ जायेगी। इस मौके पर सचिव सतेन्द्र गंगवार, माधव शुक्ला, नाजिर खां, बीडी यादव, राहुल शाक्य, बालकृष्ण, संजीव कुमार, मो0 सकलेन खां, राजेन्द्र सिंह, मुकब्बिर खां, शहरोज खां, अनिल दुबे, अरविन्द दीक्षित, शामोश बाबू कठेरिया, अनीस खां, अवनीश गंगवार, विनोद गंगवार, विशेसुर दयाल यादव, सुरेश अग्रवाल, लज्जाराम जाटव, अनोखेलाल आदि अधिवक्तागण मौजूद रहे।