चोरी की गुहार लगाने कोतवाली पहुंचे पीड़ित की पुलिस ने जेबें झाड़ीं

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फर्रुखाबाद: पुलिस किस हद तक गिर सकती है इसका जीता जागता उदाहरण बीते दिन तब सामने आया जब एक चोरी हो जाने की सूचना देने कोतवाली पहुंचे पीड़ित की उल्टे रिश्वत के नाम पर कोतवाली में बैठे एसएसआई के सामने ही जेबें झाड़ लीं गयीं। जब जेब में कुछ नहीं निकला तो महज 40 रुपये से ही उन्होंने अपने आपको संतुष्ट कर लिया।
विदित हो कि बीते बुधवार की रात को पलरिया निवासी सरस्वती शिशु मंदिर के प्रधानाचार्य वीरेन्द्र कुमार औदीच्य के घर चोरों ने धावा बोलकर तकरीबन 10 लाख रुपये का माल साफ कर दिया था। जिसकी सूचना पुलिस को दी गयी। कर्तव्य परायण पुलिस दबे पैरों से चोरी का मुआयना तो कर आयी लेकिन एफआईआर दर्ज करने में कोतवाली पुलिस में आनाकानी का दौर शुरू हो गया। क्योंकि बीते दिनों हुई क्राइम मीटिंग में पुलिस अधीक्षक ने कार्यवाहक कोतवाल विग्गन सिंह की पीठ इस बात से थपथपाई कि शहर कोतवाली में क्राइम का ग्राफ कम हो गया है। कम हो भी क्यों न पुलिस घटना के बाद एफआईआर दर्ज करने से साफ इंकार कर देती है। समाचार पत्रों में छपी खबरों का कोई रिकार्ड पुलिस के रजिस्टरों में दर्ज होता नहीं। वीरेन्द्र कुमार औदीच्य जब एफआईआर दर्ज कराने कोतवाली पहुंचे तो पुलिस ने जांच करने के बाद रिपोर्ट लिखने की बात कही। जिस पर पीड़ित ने काफी गुहार लगायी लेकिन अपने ऊपर कोतवाल का तमगा लगाये बैठे एस एस आई विग्गन सिंह ने साफ मना कर दिया। जिसके बाद प्रधानाचार्य ने एक प्रशासननिक अधिकारी से शिकायत की। जिस पर अधिकारी ने फोन कर एस एस आई को जमकर क्लास लगा दी। जिसके बाद पुलिस ने एफआईआर तो दर्ज कर ली लेकिन कार्यवाही के नाम पर करवट तक नहीं लिया। प्रधानाचार्य को पुलिस इधर से उधर टरका रही थी। अचानक प्रधानाचार्य को चोरों द्वारा ले जाये गये जेबर के डिब्बे कहीं पड़े दिख गये तो प्रधानाचार्य ने तत्काल पुलिस को सूचना देने की सोची।
प्रधानाचार्य ने तत्काल अपने भतीजे रवी औदीच्य को कोतवाली में सूचना देने के लिए भेजा। चोरी हो जाने से परेशान रवी बगैर खाये पिये घर से निकला तो जेब में महज 50 रुपये पड़े थे। कोतवाली के पास आकर उसने पांच रुपये का बिस्किट खरीद लिया। अब जेब में 45 रुपये ही रह गये थे। इसके बाद रवी कोतवाली पहुंचा तो सामने एस एसआईको अधीनस्थोंु के साथ खाने पीने में व्यसस्तप देख उन्हें चोरों द्वारा ले जाये गये जेबर के डिब्बे पड़े होने की जानकारी दी। जिस पर एसएसआई के सामने ही रवी से कार्यवाही के लिए पैसे मांगे गये। लेकिन जेब में पैसे न होने की बजह से रवी ने इंकार कर दिया। इसके बाद एसएसआई विग्गन सिंह के सामने ही बेचारे का झाड़ा लिया गया। जेब मे रखे40 रुपये हाथ डालकर निकाल लिए गये, व उससे कहा कि कार्यवाही घुमना चौकी इंचार्ज अनूप तिवारी करेंगे। लेकिन जब वह अनूप तिवारी के पास पहुंचा तो उन्होंने उनका क्षेत्र न होने की बात कहकर उसे टरका दिया। जिसके बाद उसे एस एस आई द्वारा तिकोना चौकी के दरोगा छत्रपाल सिंह के पास भेजा गया। उन्होंने भी रवी की एक न सुनी। इस घटना से प्रधानाचार्य अचानक अस्वस्थ हो गये व उनकी पत्नी मानसिक रूप से विक्षिप्त सी हो गयीं।
इस सम्बंध में अपर पुलिस अधीक्षक ओपी सिंह ने बताया कि एस एस आई को इस तरह का कृत्य शोभा नहीं देता। वह एस एस आई से इस सम्बंध में खुद बात करेंगे व मामले की पुष्टि होने पर उनके खिलाफ कार्यवाही की जायेगी।