फर्रुखाबाद: मीना ने यह सपने में भी नहीं सोचा था कि उसके जीवन में अचानक ऐसा तूफान आयेगा जो उसका सब कुछ तबाह कर देगा। दबे पांव आयी मीना के घर पर तबाही ने उसे कहीं का नहीं छोड़ा। कुछ वर्षों पहले खुशहाल जिंदगी जी रही मीना के पति की मौत का सदमा कम न हो पाने के कुछ ही दिनों बाद उसके मासूम बेटे की भी मौत हो गयी, वह भी उसी घर में जिस घर में वह रहती है। कोतवाली फतेहगढ़ क्षेत्र के मोहल्ला शीशमबाग निवासी मीना पत्नी स्व० महेन्द्र जाटव के घर बीती रात आग लग गयी। जिससे कमरे में सो रहे 13 वर्षीय किशोर की दम घुटने से मौत हो गयी।
अचानक मीना के घर से उठे धुएं ने मोहल्ले वालों को अश्चर्य में डाल दिया। दरबाजा अंदर से बंद था। मीना नौकरी करने गयी थी। मीना ने बताया कि वह एक प्राइवेट नर्सिंगहोम में काम करती है। जिस चक्कर में रात की ड्यूटी करने गयी थी। बड़ा बेटा विशाल फतेहगढ़ चौराहे के एक ठेली पर नौकरी करता है। वह भी घर पर नहीं था। जिस बजह से हमने आकाश से दरबाजे को अंदर से बंद कर लेने की बात कही। आकाश ने दरबाजा अंदर से बंद कर लिया। मीना अपने काम पर चली गयी। रात तकरीबन साढ़े १० बजे मीना को उसके देवर देशराज की पत्नी बबली से सूचना मिली कि उसके घर में आग लग गयी है व आकाश अंदर बंद है। पड़ोसी अनवर जमाल एडवोकेट ने आग की सूचना कोतवाली पुलिस व फायर ब्रिगेड को दी। फायर ब्रिगेड कर्मियों ने पहुंचकर आग पर काबू पाया व आकाश को बाहर निकाला। लेकिन आकाश की तब तक मौत हो चुकी थी। सूचना पर पहुंची पुलिस ने शव का पंचनामा भरकर पोस्टमार्टम के लिए भेजा है।
मीना ने बताया कि घर के कमरे के अंदर कुप्पी जल रही थी, जो अचानक गिर गयी। कमरे के अंदर ही कंडे व अन्य सामान भी रखा था। जिससे आग तेज हो गयी। आग से झुलसने से आकाश की मौत हो गयी।