फर्रुखाबाद: थाना राजेपुर क्षेत्र के जैनापुर पेट्रोलपम्प के निकट खड़े दो कपड़ा व्यापारियों को एसबीआई की छावनी क्षेत्र की शाखा के बैंक मैनेजर अरुण मेहरोत्रा ने अपनी वैगन आर से जोरदार टक्कर मार दी। जिससे उनकी मौके पर ही मौत हो गयी और एक अन्य साइकिल मिस्त्री की दुर्घटना में टांग टूट गयी। आक्रोषित ग्रामीणों ने हाइवे को जाम कर दिया। घटना के तकरीबन 2 घंटे बाद पुलिस अधिकारी मौके पर पहुंचे। घटना के समय बैंक मैनेजर स्वयं ही गाड़ी चला रहे थे। बैंक मैनेजर अरुण कुमार अपने घर बरेली से फर्रुखाबाद के लिए ड्राइवर शाहरुख व बैंक आडीटर के साथ आ रहे थे।
मिली जानकारी के मुताबिक हरदोई के ग्राम कौशलिया थाना सदर निवासी राजेन्द्र प्रसाद व हरदोई के ही सुरजीपुर निवासी पवित्र पुत्र राजकपूर जैनापुर के पास पेट्रोलपम्प के निकट एक होटल पर चाय पी रहे थे। पड़ोस में ही जैनापुर निवासी साइकिल मिस्त्री राजकिशोर उर्फ डब्बू पुत्र भरत सिंह पंचर जोड़ रहा था तभी अपने घर बरेली से फर्रुखाबाद की तरफ आ रहे फतेहगढ़ की छावनी शाखा के एसबीआई बैंक प्रबंधक अरुण कुमार ने तेज रफ्तार वैगन आर संख्या यूके 04 के 3791 से पहले राजकिशोर को जोरदार टक्कर मारी। जिससे वह उछलकर दूर जा गिरा और उसकी टांग टूट गयी। राजकिशोर उसी टांग से पहले से ही पोलियो का शिकार है। वहीं राजकिशोर को टक्कर मारने के बाद वैगनआर चालक ने राजेन्द्र प्रसाद और पवित्र को टक्कर मारी और सड़क पर ही काफी दूर तक घसीट ले गया। उसके बाद वैगन आर अनियंत्रित होकर पेड़ से जा टकरायी। जिससे उसके परखच्चे उड़ गये। ड्राइवर को स्थानीय नागरिकों ने पीट भी दिया। वहीं दोनो की घटना स्थल पर ही मौत हो गयी। घटना स्थल पर शव पड़े रहने के बाद ग्रामीणों ने वहीं पर जाम लगा दिया। मौके पर सीओ डी एस गर्वियाल सहित पुलिस फोर्स पहुंचा। जहां लाठी चार्ज के बाद दो घंटे तक जाम लगाये लोगों को खदेड़ कर जाम खुलवाया जा सका। वहीं पुलिस ने एसबीआई शाखा प्रबंधक अरुण कुमार व उनके ड्राइवर शाहरुख को हिरासत में ले लिया।
चाचूपुर निवासी गीता ने बताया कि मृतक दोनो व्यक्ति उसके यहां अक्सर आकर ठहरते थे और साइकिल से फेरी लगाने का काम करते थे। सोमवार प्रातः वह लोग गंगा स्नान के लिए निकले थे। जिसके बाद यह हादसा हुआ।
घटना के बाद दो घंटे पड़े रहे शव
वैगन आर द्वारा दोनो को टक्कर मार मौत के घाट उतारने के बाद स्थानीय ग्रामीण अपना आपा खो बैठे और उन्होंने बरेली इटावा हाइवे पर तख्त इत्यादि डालकर जाम लगा दिया और जमकर नारेबाजी कर जिलाधिकारी को मौके पर बुलाने और हाइवे पर स्पीड ब्रेकर बनाने की मांग करने लगे। खानापूर्ति के नाम पर राजेपुर थाने से एक एसआई व दो सिपाही पहुंचे। लेकिन उनकी एक न चली। इस दौरान पुलिस मूक बनी खड़ी रही और घटना में मृत हुए दोनो कपड़ा व्यापारियों के शव सड़क पर लहू लुहान अवस्था में पड़े रहे। घटना के दो घंटे तक हाइवे जाम रहा। तत्पश्चात पहुंचे सीओ डी एस गर्वियाल, थानाध्यक्ष राजेपुर दिलेर सिंह ने भीड़ को खदेड़कर जाम खुलवाया और शवों को एक वाहन से लोहिया अस्पताल के लिए भिजवाया गया।
आक्रोषित नागरिकों ने रोडवेज चालक को बस से खींचकर पीटा
जाम लगाये नागरिकों ने हाथों में लाठी डन्डे ले रखे थे। दोनो तरफ लम्बी लम्बी वाहनों की कतारें लगीं थीं। लेकिन जब कोई भी अधिकारी मौके पर नहीं पहुंचा तो भीड़ कुछ ज्यादा ही आपा खो बैठी और मौका देखकर गाड़ी बैक कर रहे शाहजहांपुर डिपो की रोडवेज बस संख्या यूपी 27 टी 3893 के चालक रामखिलौना को गाड़ी से खींचकर जमकर पीट दिया। जिसमें चालक को कई जगह चोटें आयीं। आक्रोषित ग्रामीण रोडवेज बस के अंदर घुस गये और यात्रियों के साथ भी मारपीट कर दी। जिससे कई यात्री बस से निकलकर भागे।
बस भी खड्ड में गिरते -गिरते बची
ग्रामीणों ने जब बस चालक को बस से उस समय खींचा जब ड्राइवर गाड़ी बरेली की तरफ जाते समय जाम में फंस जाने के बाद फर्रुखाबाद के लिए मोड़ रहा था। जब गाड़ी रोड पर तिरछी थी, उसी समय ग्रामीणों ने ड्राइवर को गाड़ी से खींचा। ड्राइवर को गाड़ी से खींचते ही रोडवेज बस अचानक खाई की तरफ चल दी। लेकिन मौका देखकर एक व्यक्ति ने गाड़ी में गेयर डाल दिया। जिससे गाड़ी अपनी जगह पर ही खड़ी हो गयी। जिसके बाद यात्रियों में अफरा तफरी मच गयी और आधी खाई में लटकी बस से यात्री अपनी जान बचाने के लिए भाग खड़े हुए।
इस सम्बंध में क्षेत्राधिकारी अमृतपुर डीएस गर्वियाल ने बताया कि मृतकों को पोस्टमार्टम के लिए भिजवाया गया है और इसमें वैगन आर चालक शाहरुख व बैंक मैनेजर अरुण मेहरोत्रा को हिरासत में ले लिया गया है। देर शाम थानाध्यक्ष राजेपुर ने बताया कि ड्राइवर शाहरुख ने दुर्घटना के समय वाहन चलाने की बात स्वीकार कर ली है। उसके विरुद्ध एफआईआर दर्ज कर ली गयी है।