प्रेमी के साथ ही जायेगी बड़े घर की बेटी, मामला अगली तारीख तक लटका

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फर्रुखाबाद: बीते एक माह से अधिक समय हो जाने के बाद भी अभी बड़े घर की बेटी व प्रेमी राहुल पाल आपस में एक दूसरे से नहीं मिल पा रहे हैं। सोमवार दोपहर बाद सीजेएम कोर्ट में तीसरी बार पेश करने के बाद भी युवती के वयान परिजनों के दबाव के बावजूद नहीं बदले जा सके। जानकारी के मुताबिक युवती ने तीसरी बार भी अपने प्रेमी राहुल पाल के पक्ष में ही वयान दिया। हालांकि राहुल पाल जेल में होने की बजह से युवती को साथ ले जाने के लिए कोई अन्य परिजन भी नहीं पहुंचा। इस बजह से युवती को अदालत पुनः नारी निकेतन इटावा भेज दिया।

विदित हो कि बीते एक माह पूर्व शहर कोतवाली क्षेत्र के तलैया फजल इमाम से युवक राहुल पाल के साथ मोहल्ले की ही एक बड़े घर की बेटी प्रेम प्रसंग के चलते एक साथ जिंदगी बिताने का फैसला करके चले गये थे। लेकिन पुलिस पर बड़े घर के लोगों ने दबाव बनाकर दोनो प्रेमी युगल को दिल्ली से दबोच लिया।

तारीख 11 अगस्त – युवक राहुल पाल को पुलिस शहर कोतवाली की हवालात में बंद कर रही थी वहीं बड़े घर की बेटी कोतवाली के एक कमरे में महिला कांस्टेबिलों के शिकंजे में थी। 11 अगस्त तकरीबन 2 बजे युवक राहुल को मेडिकल परीक्षण के बाद जिला कारागार फतेहगढ़ भेज दिया गया और महिला को अदालत ने नारी निकेतन इटावा। अब सभी की निगाहें अदालत द्वारा दी गयी अगली तारीख पर थी।

तारीख 22 अगस्त – ठीक 11 दिन बाद बड़े घर की बेटी को अदालत में पेश किया जाना था। अदालत को एक तरफ प्रशासन ने किसी बड़ी घटना की आशंका को लेकर छावनी में तब्दील कर दिया था वहीं दूसरी तरफ बड़े घर की बेटी के परिजन अपनी बटी को मनाने के लिए पूरी कोशिश करते रहे लेकिन कहते हैं कि सच्चा प्रेम करने वाले कभी किसी भी मुसीबत के सामने नहीं झुकते। ऐसा ही कुछ हुआ राहुल और बड़े घर की बेटी के साथ। राहुल जहां जेल में जमानत के लिए एक-एक दिन गिन रहा था वहीं युवती भी सीजेएम कोर्ट में प्रेमी राहुल की तरफ जाने का इशारा जज के सामने कर रही थी। लेकिन अचानक उसकी तबियत बिगड़ गयी और वह अदालत के सामने ही बेहोश हो गयी। जिस पर जानकारी के मुताबिक अदालत ने युवती की मानसिक स्थिति ठीक न होने की बजह से उसे आगे की तारीख दे दी।

तारीख 30 अगस्त – युवती को पुनः सीजेएम कोर्ट में पेश किया गया। जानकारी के मुताबिक अदालत के सामने बड़े घर की बेटी ने अपने प्रेमी राहुल पाल के साथ ही जाने के वयान दिये। जिस पर अदालत ने वयान लेने के बाद उसे पुनः नारी निकेतन भेजकर अगली तारीख दे दी।

तारीख 3 सितम्बर – बड़े घर की बेटी को अदालत में पेश किया गया। जानकारी के मुताबिक जहां पुनः उसने उन्हीं वयानों की पुनरावृत्ति की और राहुल पाल के ही साथ जाने की बात कही। कहते हैं कि प्रेमियों को जितना दूर किया जाये उतना उनके प्रेम की तलवार की धार और तेज हो जाती है। ऐसा ही इन प्रेमी युगलों के साथ हुआ। युवती के परिजनों ने हर तरह का प्रयास कर लिया लेकिन वह किसी भी कीमत पर अपने मायके जाने के लिए तैयार नहीं हुई। उधर राहुल फिलहाल जेल में है। 6 सितम्बर को राहुल को सीजेएम कोर्ट में पेशी पर लाया जायेगा। तब तक के लिए युवती को नारी निकेतन इटावा भेज दिया गया है। फिलहाल इतना तय हो चुका है कि अब बड़े घर की बेटी अपनी ससुराल ही जायेगी और उसके हाथ राहुल की मेहंदी से ही पीले होंगे। लेकिन अभी भी अदालत के फैसले पर सस्पेंश बना हुआ है। आगे की कार्यवाही अदालत के आदेश पर निर्भर करेगी।

युवती को लेने गये पुलिस के सिपाहियों पर हमला करने का हुआ प्रयास
जहां एक ओर बड़े घर की बेटी अपना पूरा घर बार, बाबुल छोड़कर अपने प्रेमी राहुल के साथ ही जाने पर अड़ी हुई है वहीं दूसरी तरफ कुछ लोग ऐसा होने देना नहीं चाहते। जिसके चलते नारी निकेतन इटावा प्राइवेट वाहन से लेने पहुंचे पुलिस के दो कांस्टेबिल सत्येन्द्र सिंह व विनोद सिंह यादव जोकि घटियाघाट चौकी में तैनात हैं पर किसी ने रास्ते में उनकी गाड़ी को घेरने का प्रयास किया। इसके बाद किसी तरह से इन लोगों ने क्षेत्राधिकारी नगर विनोद कुमार सिंह को फोन पर जानकारी दी। क्षेत्राधिकारी के निर्देश पर पूरे घटनाक्रम की विवेचना कर रहे घटियाघाट चौकी प्रभारी इनाम सिंह यादव ने रास्ते में जाकर युवती को रिसीव किया और अदालत लेकर आये। युवती के सही सलामत वयान दर्ज कराकर वापस नारी निकेतन भेज दिया गया।

लड़की के पिता जकी के अधिवक्ता अनवर जमाल सिद्दीकी ने बताया कि इस तरह की कहानी अब पुलिस उनको फंसाने के लिये गढ़ रही है। विपक्षीगण भी इस साजि़श में सम्मिलित हैं। उन्होंने कहा किय यदि पुलिस पार्टी के साथ एसी कोई घटना हुई थी तो उसकी कहीं एफआईआर क्यों नहीं करायी गयी या न्यायालय के संज्ञान में क्यों नहीं लाया गया।

सोमवार को अदालत में नहीं पहुंचे युवती के परिजन
पिछले एक महीने से अधिक समय से बड़े घर की बेटी को मनाने का प्रयास कर रहे परिजनों ने कई बार उसको समझाने का प्रयास किया लेकिन इसके बावजूद भी जब युवती अपने बाबुल के घर वापस जाने को तैयार नहीं हुई तो शायद थक हारकर परिजनों ने उम्मीद ही छोड़ दी। सोमवार को सीजेएम कोर्ट पहुंची बड़े घर की बेटी को मिलने उसके परिजन नहीं पहुंचे और न ही कोई परिवारी। जबकि अगली तारीखों पर युवती के परिजनों के अलावा भी कई लोग युवती को परिजनों के पक्ष में मनाने के लिए अदालत पहुंचते रहे।