नाहिद हत्याकाण्डः पुलिस पर आरोपियों से मिलीभगत का आरोप

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फर्रुखाबाद: थाना मऊदरवाजा क्षेत्र के भीकमपुरा निवासी नाहिद परवेज उर्फ वासू को उसके ही दोस्तों ने संदिग्ध हालत में 22 अगस्त की रात को मौत के घाट उतार कर उसको रेलवे ट्रेक के किनारे फेंक कर चले गये। पुलिस ने दो हत्यारोपियों को पकड़ा भी था लेकिन परिजनों ने आरोप लगाया है कि पुलिस ने हत्यारोपियों से साठगांठ कर पांचवें दिन उन्हें छोड़ दिया। परिजनों ने पुलिस अधीक्षक से विवेचना किसी अन्य थाने से कराये जाने की मांग की है।

नाहिद के भाई तारिक अंसारी पुत्र मोहम्मद हनीफ ने आरोप लगाया है कि नाहिद को उसके ही दोस्त निहाल, अमित, अजेन्द्र व राहुल घर से ईद की दावत देने के लिए 21 अगस्त को साढ़े पांच बजे बुला ले गये थे। जिसके बाद भाई की निर्मम तरीके से हत्या कर दी गयी। जिसकी एएसपी के आदेश पर रिपोर्ट दर्ज कर दो हत्याभियुक्तों को पुलिस द्वारा गिरफ्तार भी किया गया। लेकिन अभियुक्तों से साठगांठ कर पुलिस ने हत्या की घटना को दुर्घटना दर्शा दिया व अभियुक्तों को पांच दिन बाद छोड़ दिया।

तारिक अंसारी ने पुलिस अधीक्षक नीलाब्जा चौधरी से गुहार लगायी है कि उनको कोतवाली पुलिस पर कतई भरोसा नहीं है। कोतवाली पुलिस से विवेचना बदलवाकर किसी अन्य थाना पुलिस से घटना की निष्पक्ष विवेचना करायी जाये व उसके द्वारा दिये जा रहे गवाहों के शपथपत्र भी विवेचना में शामिल किये जायें।

इस अवसर पर तारिक अंसारी, नाजिन अंसारी, श्रीमती नाजिया, शाहिद ने शपथपत्र दिये व मसरुद्दीन अहमद, अनवर जमाल, शाहिद अंसारी, आफताब अंसारी, शारिक अंसारी, आरिफ, आशिफ, नाजिम, खालिम, राशिद खां, अजीत अवस्थी, इसरत खां, अजीत यादव आदि मौजूद रहे।