विद्यार्थी परिषद कार्यकर्ताओं पर हुए अभद्र व्यवहार की मजिस्ट्रेट जांच की मांग

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फर्रुखाबाद: अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद फतेहगढ़ के कार्यकर्ता 18 अगस्त को कोतवाली फतेहगढ़ की पुलिस के द्वारा किये गये अभद्र व्यवहार व मारपीट की बात को लेकर उग्र हो गये और उन्होंने पूरे प्रकरण की मजिस्ट्रियल जांच कराने की मांग की और कहा कि अगर मांगें पूरी न हुईं तो संगठन अनशन करने पर मजबूर होगा।

अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के नगर प्रमुख उमेश राठौर के नेतृत्व में तकरीबन एक दर्जन कार्यकर्ताओं ने लिखित में जिलाधिकारी को संबोधित शिकायतीपत्र नगर मजिस्ट्रेट मनोज कुमार को दिया। इस दौरान उन्होंने शिकायत की कि 18 अगस्त को दुर्गानरायन महाविद्यालय के प्राचार्य के एम सचदेवा व उनके चौकीदार से विवाद के आरोप में पकड़े गये अखिल पाठक निवासी ग्रानगंज, राजीव राठौर निवासी पुलिस लाइन के साथ फतेहगढ़ कोतवाली में पुलिस द्वारा रुपये लेकर छोड़ देने की बात कही गयी तो राजीव राठौर अपनी जेब से रुपये निकालने लगा। तभी फतेहगढ़ के एस एस आई हरिश्चन्द्र ने उसकी जेब से 2800 रुपये छीन लिये और जबरन हस्ताक्षर कराकर दोनो को भगा दिया। संगठन ने यह भी आरोप लगाया कि एसएसआई द्वारा दोनो युवकों का भविष्य खराब करने की धमकी भी दी गयी थी। इस सम्बंध में जानकारी संगठन द्वारा सिटी मजिस्ट्रेट को फोन पर भी दी गयी लेकिन पुलिस के रवैये में कोई परिवर्तन नहीं आया। संगठन ने मांग की कि पूरे प्रकरण की मजिस्ट्रियल जांच करायी जाये। नही ंतो कार्यकर्ता अनशन पर मजबूर हो जायेंगे। इस दौरान सिटी मजिस्ट्रेट मनोज कुमार ने संगठन के पदाधिकारियों को जांच का आश्वासन दिया। ज्ञापन देने वालों में उमेश राठौर, दीपक, विकास, बिट्ठनलाल, नीरज, आशीष, आलोक, धर्मवीर आदि तकरीबन एक दर्जन कार्यकर्ता मौजूद रहे।