ट्रकों से नगदी व मोबाइल उड़ाते रंगे हाथों पकड़ा चोर

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फर्रुखाबाद: शहर कोतवाली क्षेत्र के सातनपुर मण्डी के गेट नम्बर दो पर खड़े इन्दौर रायपुर ट्रांसपोर्ट कंपनी के दो ट्रकों से चोर ने 12 हजार रुपये व एक मोबाइल फोन साफ करते रंगे हाथों दबोच लिया और रात भर उसकी जमकर धुनाई की। सूचना मिलने पर सुबह तकरीबन 11 बजे पुलिस ने युवक को हिरासत में ले लिया।

मिली जानकारी के मुताबिक सातनपुर मण्डी के सामने इंदौर रायपुर ट्रांसपोर्ट कंपनी के निकट खड़े ट्रक संख्या आर जे 05 जी ए 6300 से पांच हजार व वहीं खड़े दूसरे ट्रक संख्या आर जे 05 जीए 4878 से सात हजार रुपये व एक मोबाइल फोन उड़ा दिये। चोर को रंगे हाथों सातनपुर मण्डी के गेट नम्बर दो पर पकड़कर रात भर रस्सी से बांधकर जमकर धुनाई की। सुबह होते होते ट्रांसपोर्ट पर काफी भीड़ जमा हो गयी। सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक युवक ओमपाल शातिर किस्म का व्यक्ति है जो अक्सर क्षेत्र में घूमते देखा गया है। सुबह तकरीबन 11 बजे सूचना मिलने पर आईटीआई चौकी इंचार्ज अनूप तिवारी मौके पर पहुंचे और मामले की जांच पड़ताल की। पूछताछ के दौरान चौकी इंचार्ज ने बताया कि युवक ओमपाल पुत्र जगदीश प्रसाद शर्मा निवासी एटा चुंगी बाईपास रामघाट रोड अलीगढ़ बताया है। युवक मानसिक रूप से विक्षिप्त है और अक्सर सड़क इत्यादि पर कागज बीनते देखा गया है। इस बात को लेकर चौकी इंचार्ज के साथ भीड़ की कहासुनी भी हुई। बाद में पुलिस आरोपी को अपने साथ लोहिया अस्पताल लायी जहां डाक्टरी परीक्षण कराने के बाद वापस शहर कोतवाली भेजा गया। शहर कोतवाली में दोनो ट्रक चालकों वकील उर्फ अब्दुल हामिद निवासी भोगांव मैनपुरी व उसके साथी कमलेश पुत्र रामनरेश निवासी रूपापुर पाली की लिखित तहरीर पर आरोपी को पुलिस ने छोड़ दिया।

आये दिन चुर रहे ट्रक चालकों के रुपये व मोबाइल, पुलिस की मिलीभगत तो नहीं
घटना पर एकत्रित हुए ट्रक चालकों के अनुसार आये दिन मण्डी रोड से आईटीआई तक ट्रांसपोर्टों के बाहर खड़े होने वाले ट्रकों से मोबाइल व नगदी चोरी होने की घटनायें बढ़ गयीं हैं। जिससे ट्रक चालक खासे परेशान थे व मुस्तैदी से शातिर चोरों की तलाश में कुछ लोग रात में भी जागते रहते थे। बीती रात आरोपी ओमपाल वर्मा ने ट्रक पर चढ़ने के दौरान चोरी का प्रयास किया तो चालकों ने उसे धर दबोचा। मारपीट के दौरान ओमपाल वर्मा ने श्यामनगर में रहने वाले शातिर किस्म के चोर भीमा और अन्य शातिर युवकों के नाम भी बताये और कहा कि वह उन्हें भली प्रकार जानता है। उसके साथ दो अन्य लोग भी थे जो फरार हो गये। इसके बावजूद भी पुलिस मामले को टरकाती रही और आईटीआई चौकी इंचार्ज ने उसका चेहरा देखते ही बगैर किसी पूछताछ के आरोपी को मानसिक विक्षिप्त बताकर उल्टा स्थानीय जनता को ही अंदर करने की धमकी दे दी। जिसका असर सामने आया। दोनो ट्रक चालकों ने पुलिस के दबाव में आकर छोड़ने की सहमति लिखकर दे दी। जिस पर पुलिस ने छोड़ दिया।

अलीगढ़ में ताले की फैक्ट्री में करता था आरोपी काम
बीती रात ट्रांसपोर्ट पर पकड़े गये चोरी के आरोपी ओमपाल वर्मा ने बताया कि वह अलीगढ़ में एक ताला फैक्ट्री में कारीगर है और वहां तालों में चाबी मिलाने का काम करता है। वहां अच्छी कमाई न होने की बजह से रोजगार की तलाश में कुछ दिनों पूर्व फर्रुखाबाद आ गया था। उसने बताया कि ताले की चाबी मिलाने का अच्छा कारीगर है। इसी बजह से शक की सुई ओमपाल वर्मा पर लोगों की घूम गयी। जब यह ताले का कारीगर है तो जरूर ही यही क्षेत्र में हो रही चोरियों के गिरोह का सदस्य हो सकता है। लेकिन पुलिस को इससे कोई फर्क नहीं पड़ता और न ही पुलिस इस बात को मानने को तैयार हुई कि वह ताले कंपनी में कारीगर था।