राष्ट्रीय ध्वज का अपमान, पुलिस चौकी से चंद कदम पर दिनभर फहराया उल्टा तिरंगा

FARRUKHABAD NEWS

फर्रुखाबाद : देश की आजादी की 65वीं साल गिरह के अवसर पर नगर के प्रकाश कोल्ड स्टोरेज पर दिन भर उल्टा झण्डा लहराता रहा जिसको किसी भी जिम्मेदार अधिकारी या कर्मचारियों ने नहीं देखा। सूर्योदय के बाद लगभग 8 बजे कर्मचारियों ने सम्मान के साथ तिरंगा फहरा दिया। लेकिन कर्मचारियों द्वारा जल्दबाजी में उल्टा ध्वज फहरा दिया गया। नियमानुसार तिरंगे का हरा रंग नीचे और केसरिया रंग ऊपर होना चाहिए। फहराए गए राष्ट्रीय ध्वज में केसरिया रंग नीचे और हरा रंग ऊपर है।हैरत की बात यह है कि कोल्ड स्टोरेज के ठीक सामने ही कादरीगेट चौकी है। मुख्य मार्ग से अधिकारियों का भी आना जाना रहा लेकिन किसी ने इस पर ध्यान नहीं दिया।

तिरंगा झण्डा अपने में देश भक्ति की छटा बिखेरे तीन रंगों से बना है। जिसे तो प्राइमरी में पढ़ने वाला बच्चा भी बड़े आराम से सीधे व उल्टे का आकलन कर लेगा। लेकिन कभी_कभी ऐसी हैरत अंगेज घटनायें घट जाती हैं जिस पर यकीन करना मुश्किल होता है। शहर क्षेत्र के कादरीगेट चौराहे के पास स्थित प्रकाश कोल्ड में सुबह सब सामान्य सा हुआ। अन्य जगहों की भांति प्रकाश कोल्ड स्टोरेज में भी सुबह ८ बजे कोल्ड के सभी कर्मचारी अपने कोल्ड मालिक के साथ तिरंगा झण्डा फहराने कोल्ड पहुंचे तो उनके अंदर देश भक्ति का जज्वा सा दिखा। झण्डे को उंचाई पर लगाकर ठीक आठ बजे बंधन से मुक्त कर दिया गया। तिरंगा झण्डा खुली हवा में अपनी छटा बिखेरने लगा। लेकिन किसी को तिरंगा अजीब सा नहीं दिखा। हैरत की बात यह है कि पूरा दिन झण्डा फहरते रहने के बाद शाम तकरीबन ६ बजे कोल्ड के उपर से तस्वीर ली गयी तब तक किसी भी सक्स की नजर उल्टे झण्डे पर नहीं गयी। जबकि १५ अगस्त होने की बजह से सड़कों पर पूरे दिन सरकारी हूटर बजते रहे लेकिन किसी की नजर उल्टे तिरंगे झण्डे पर नहीं गयी।

जिस समय जेएनआई द्वारा कोल्ड स्टोरेज पर लगे उल्टे तिरंगें की तस्वीर उतारी गयी उस समय कोल्ड स्टोरेज में कोई खास मुस्तकिल व्यक्ति नजर नहीं आया। जो कुछ एक दो लोग मिले भी तो उन्हें इस सम्बंध में बताने पर उन्होंने कह दिया कि हमें क्या पता। यह तो साहब लोग ही बता पायेंगे। प्रश्न यह उठता है कि क्या कोल्ड स्टोरेज के किसी भी व्यक्ति को यह नहीं पता था कि तिरंगे झण्डे में केसरिया रंग उपर होना चाहिए। जो भी हो पूरे दिन तिरंगे झण्डे का अपमान होता रहा किसी भी अधिकारी या जिम्मेदार व्यक्ति ने इस तरफ नहीं देखा।