प्रशासन की लापरवाही से गंगा में समाने जा रहा राजा भोज का ऐतिहासिक महल

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कमालगंज (फर्रुखाबाद): भारतीय विरासत को सुरक्षित रखने के लिए जहां सरकार करोड़ों रुपये बहा रही है वहीं जनपद के पुरातत्व विभाग की लापरवाही की भेंट चढ़ा कमालगंज क्षेत्र के ग्राम भोजपुर में बना राजा भोज का महल गंगा में समाने के कगार पर है। गंगा की बाढ़ में हिन्दू मुस्लिम एकता की मिशाल बने राजा भोज के जमाने के शिव मंदिर व एक मस्जिद भी गंगा बढ़ती धार में विलीन होने के कगार पर पहुंच चुके हैं। जिसे अब तक पुरातत्व विभाग ने बचाने के लिए कोई कार्य नहीं किया है।

कमालगंज क्षेत्र के ग्राम भोजपुर में राजा भोज का महल बना हुआ है। जहां पर महल की अब मात्र दीवार ही शेष है। महल की दवार अब गंगा की कोख में विलीन होने के कगार पर है लेकिन प्रशासन को शायद इस बात की अभी तक जानकारी नहीं हुई है। प्रशासन द्वारा अब तक इस महल को बचाने के लिए कोई प्रयास नहीं किये गये हैं। वहीं महल के कुछ ही दूरी पर राजा भोज के जमाने की ही एक मस्जिद है। वहां से चंद कदमों की दूरी पर शंकर जी का मंदिर है। ग्रामीणों का कहना है कि यह हमारे यहां की ऐतिहासिक स्थल है। राजा भोज का किला, मंदिर व मस्जिद हिन्दू व मुसलमान दोनो धर्मों की एकता की एक झलक है। मंदिर मस्जिद दोनो एक ही जगह पर बने हैं।

ग्रामीणों का कहना है कि खण्ड विकास अधिकारी देवेन्द्र सिंह चौहान यहां तक आते हैं और मात्र देखकर चले जाते हैं प्रशासन ने अभी तक इसकी रोकथाम के लिए कुछ नहीं किया है। आगे जब पानी बढ़ेगा तो इस बार भोजपुर ग्राम गैर आबाद हो जायेगा। नगला खैमरैंगाई आदि कई ग्रामीण पहले ही गैर आबाद हो चुके हैं। ग्रामीणों को यह खतरा सता रहा है कि भोजपुर ग्राम का अस्तित्व ही समाप्त हो जायेगा। जिससे आने वाले दिनों में लोगों को राजा भोज के किले के बचे हुए अवशेष भी दिखायी नहीं पड़ेंगे।

वहीं प्रशासन द्वारा विकासखण्ड कमालगंज क्षेत्र के ग्राम भोजपुर के भूमिहीन व घरविहीन हो चुके ग्रामीण लल्ला, राजबीर, जयचंद, वीरेन्द्र, शिवराम, जयवीर आदि 6 व्यक्तियों को तीन-तीन डिसमिल पट्टे आवंटित किये गये। अभी ये ग्रामीण प्राइमरी विद्यालय में डेरा डाले हुए हैं।

जो भी हो भोजपुर प्रशासन की लापरवाही से गंगा की कोख में समाने जा रहा है और पुरातत्व विभाग बाद में राजा भोज के किले की ईंटें तलाशते रह जायेंगे। हो सकता है कि पुरातत्व विभाग इन ईंटों को खोजने में करोड़ों खर्च कर दे लेकिन इस समय इस किले को बचाने के लिए कोई उपाय इनके पास नहीं है।