कर्मचारियों की नोकझोंक में मजा लेते रहे डाक्टर, मरीज बेहाल

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फर्रुखाबाद: राममनोहर लोहिया अस्पताल में चतुर्थश्रेणी कर्मचारी व सीएमएस की आपस में हो रही नोकझोंक का आनंद या तो डाक्टर सीएमएस कक्ष में बैठकर लेते रहे और जो नहीं पहुंच पाये वह अपने कमरों से बाहर निकलकर कई घंटे नोकझोंक का लुत्फ उठाते रहे और मरीज बेहाल घूमते रहे। डाक्टरों के कक्षों के बाहर मरीजों की लम्बी लाइनें लग गयीं।

लोहिया अस्पताल में इलाज कराने पहुंचे मरीज जो अपने टाइम से पर्चा बनवाकर डाक्टर के आने का इंतजार करते रहे लेकिन कई घंटे तक डाक्टर अपने कक्षों में नहीं पहुंचे। जिससे डाक्टरों के कक्षों के बाहर काफी भीड़ लग गयी। गंभीर मरीज डाक्टरों को ढूंढते रहे लेकिन डाक्टर उन्हें नजर नहीं आये। डाक्टरों का समय पर न बैठना कोई खास बात नहीं है यह तो रोजाना की आम बात हो गयी है। लोहिया के कर्मचारी व डाक्टर राजनीति पर उतारू हो गये हैं। जरा सा काम का बोझ पड़ा तो हड़ताल, नारेबाजी शुरू कर देते हैं। आज हुई नोकझोंक को देखकर दवाई लेने आये राजेपुर निवासी आमिद ने कह ही दिया कि जो डाक्टर या कर्मचारी काम करना नहीं चाहता वह नेतागीरी शुरू कर देता है और जरा सा ऊंचनीच हुआ नहीं शुरू हो जाता है नारेबाजी का दौर। लोहिया अस्पताल में जितने कर्मचारी नहीं उससे कहीं ज्यादा तो संगठन चल रहे हैं। लेकिन अपनी नेतागीरी के आगे मरीजों की कोई नहीं सुनता। नब्ज दिखाने तक के लिए डाक्टरों के दर्शन मरीजों को कई घंटे नहीं होते और अगर मरीज हंगामा करता भी है तो मामला तूल पकड़ने से पहले ही कर्मचारियों के राजनीतिक दबाव के कारण दाब दिया जाता है।