अब इसे फिल्मों-विज्ञापनों का असर कहें या पश्चिमी सभ्यता का भारतीय संस्कृति पर गहरा प्रभाव, लेकिन मामला है गंभीर। मामला गंभीर इसलिए भी माना जा सकता है कि लड़कियों का गायब हो जाना सिर्फ उनके परिजनों के लिए ही चिंता का सबब नहीं, बल्कि उन लड़कियों के लिए भी है। क्योंकि लड़कियांे के लिए ऐसा करना अपने पूरे भविष्य को दांव पर लगा देना होता है। और अक्सर इसके गंभीर परिणाम सामने आते भी रहते हैं।
फिलहाल हम बात कर रहे हैं गुजरात के पाटण जिले की, जहां पिछले एक महीने में ही 24 लड़कियों-महिलाओं के प्रेमियों के साथ फरार हो जाने का मामला सामने आया है। इनमें से लगभग सभी युवतियों के परिजनों को नहीं पता कि अब वे कहां है। इसलिए वे अपनी बेटियों की चिंता में पुलिस थाने के चक्कर लगा रहे हैं।
इसमें भी आश्चर्य की बात यह है कि प्रेमी के साथ पलायन करने में सिर्फ कुंवारी लड़कियां ही नहीं, बल्कि कुछ तो विवाहित महिलाएं भी शामिल हैं। पुलिस की कई टीमें भी इनकी तलाश मंे लगी हुई हैं। अब पुलिस के साथ-साथ लोकल क्राइम ब्रांच, स्पेशल ऑपरेशन ग्रुप और मिसिंग सेल सहित पुलिस के कई विभाग इनकी तलाश में ऑपरेशन चला रहे हैं।
इस बारे में एक पुलिस अधिकारी ने हमें बताया कि एक महीने के अंदर ही जिले के अलग-अलग थानों में 24 लड़कियों-युवतियों के फरार होने की शिकायत दर्ज हुई है। जिसमें अधिकांश युवतियां शिक्षित हैं। इसमें कुछ महिलाएं तो अपने बच्चों समेत प्रेमी के साथ फरार हैं, जिनकी पुलिस तलाश कर रही है।
हालांकि इसके साथ ही पुलिस अधिकारियों का यह भी कहना है कि इस समस्या को रोकने के लिए खुद परिजनों को प्रयास करने होंगे। अगर लड़कियां अपने परिजनों पर भरोसा करती हैं तो वे या तो ऐसा कदम नहीं उठाएंगी या फिर अपने दिल की बात उनसे शेयर करेंगी, जिससे इस समस्या को रोका जा सकता है।