बंदी भागने की जांच पर आये डीआईजी ने लिये वयान

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फर्रुखाबाद: डीआईजी जेल शरद कुलश्रेष्ठ ने गुरुवार को सेन्ट्रल जेल पहुंचकर निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने जेल से फरार हुए कैदी राव सिंह पुत्र रामगोपाल के भागने के सम्बंध में सम्बंधित बंदी रक्षकों व कैदियों के वयान लिये।

डीआईजी जेल शरद कुलश्रेष्ठ ने पहले जिला कारागार का निरीक्षण किया। तत्पश्चात केन्द्रीय कारागार पहुंचे। लगभग चार घंटे चले निरीक्षण के बाद डीआईजी ने बताया कि शासन से जेलों के लिए जो निर्देश दिये गये हैं उन्हीं के हिसाब से जेल में व्यवस्था दुरुस्त की जा रही है।

उन्होंने जिला जेल में बंदियों के खाने में अनियमिततायें मिलने की बात पर कहा कि जिला जेल में कैदी प्रति दिन छूटते और आते रहते हैं। इसी बजह से वह अप्रशिक्षित होने की बजह से खाना ठीक नहीं बना पाते।

लोहिया अस्पताल से बंदियों के सबसे अधिक भागने की घटनाओं के बारे में श्री कुलश्रेष्ठ ने बताया कि जेल विभाग का बंदी रक्षक अप्रशिक्षित होता है। इसी बजह से बाहर बंदी ले जाने के लिए पुलिस की व्यवस्था की जाती है। भविश्य में अस्पतालों से बंदी भागने में सफल न हो पायें इस बात का पूरा इंतजाम किया जायेगा। उन्होंने बताया कि 16 अप्रैल को भागे बंदी रावसिंह पुत्र रामगोपाल निवासी मुरीदपुर थाना अकबरपुर रमाबाई नगर कानपुर देहात के भागने के असफल प्रयास के बारे में पूछे जाने पर श्री कुलश्रेष्ठ ने बताया कि उस सम्बंध में सम्बंधित बंदी रक्षक को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया था। बाकी आज जांच के दौरान मैने सम्बंधित बंदी रक्षकों व बंदियों के वयान लिये हैं। जांच की प्रक्रिया जारी है। इस दौरान वरिष्ठ जेल अधीक्षक यादवेन्द्र शुक्ला भी मौजूद रहे।