बीबी से दगा, गैर पर निगाह- आशनाई में मारा गया कोटेदार

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फर्रुखाबादः हराम की दौलत कहीं न कहीं गलत संगत, आदत डाल ही देती है| वैसे भी सरकारी राशन की दुकानों के अधिकांश दुकानदार गरीबो का हक़ मार कर रकम पैदा करते है| और जब पैसा मेहनत से इतर पैदा हो जाए तो पाप सर चढ़ कर बोलता ही है| किसी विधवा की हाय तो किसी गरीब के भूखे बच्चो के पेट का दर्द| इंसान यहीं पाता है और यही खोता है| शमसाबाद के बिराहिमपुर की सरकारी राशन दूकान चलाने वाला कोटेदार अवधेश मिश्र भी इसी दंश का शिकार हो गया| पाप का पैसा आया तो एक बीबी को छोड़ दूसरी औरत से सम्बन्ध बना बैठा और नए सम्बन्ध मौत बन गए| रंगे हाथो गैर घर में हमबिस्तर होते पकडे गए तो अंजाम तो वही हुआ जिसका अक्सर अंदेशा होता है| कोटेदार का क़त्ल हो गया|

अपनी मां के संबंधों से आजिज उसके दानों पुत्रों ने विगत रात्रि मां के प्रेमी की हत्या कर दी। मृतक को शमसाबाद ब्लाक के ग्राम बहरामपुर का कोटेदार बताया गया हैं। बताया जा रहा है कि विगत रात्रि महिला के पुत्रों ने मां को उसके प्रेमी के साथ आपत्तिजनक स्थिति में देख लिया था। मृतक अवधेष मिश्रा का शव फतेहगढ़ में जयनरायन वर्मा रोड पर भकरामउ क्रासिंग के पास सड़क पर पड़ा मिला है। अवधेश की हत्या गले में फंदा डालकर करने के बाद उसके शव के उपर से वाहन गुजार कर चेहरा बिगाड़ने की भी कोशिश की गयी है।
शनिवार को प्रातः जयनरायन वर्मा रोड पर भकरामउ क्रासिंग के निकट शव पड़े होने की सूचना पर पहुंचे पुलिस क्षेत्राधिकारी नगर वीके सिंह ने  पैंट से निकले एक कागज पर लिखे कुछ नंबरो पर संपर्क किया तो पता चला कि मृतक विकास खड शमसाबाद के ग्राम बहरामपुर का कोटदार अवधेश मिश्रा पुत्र त्रिवेणी सहाय है। सूचना पर पहुंचे ग्रामीणों से पूछतांछ के बाद पता चला कि अवधेश मिश्रा के उसके रिश्ते के एक भाई रामवीर मिश्रा की विधवा शहर के मोहल्ला मित्तमकूचा निवासी मधुबाला से संबंध थे। मां के संबंधों का उसके पुत्र विरोध करते थे।
शुक्रवार को सायंकाल अवधेश मिश्रा शमसाबाद से फर्रुखाबाद के लिये आया था। अवधेश के पुत्र कुलदीप की कुछ समय पूर्व शाहजहांपुर के अल्लाहगंज में हत्या हो गयी थी। इसी मामले में शनिवार को शाहजहांपुर में न्यायालय में तारीख थी। अवधेश को आज तारीख पर पहुंचना था। अवधेश शुक्रवार शाम मधुबाला के घर पहुंचा। इसी बीच उसके दोनों पुत्र विकास व विनीत घर पर आ गये। घर पर अवधेश को मौजूद देख दोनों पुत्र बिफर गये। उन्होंने अवधेश को घर से पकड़कर लगभग घसीटते हुए बाहर निकाला। मोहल्ले वाले निकले तो उनसे कहा कि हम लोग इसे कोतवाली ले कर जायेंगे। परंतु शनिवार प्रातः अवधेश का शव रास्ते पर पड़ा मिला।
बताते हैं कि अवधेश का अपनी पत्नी पुष्पा से भी मनमुटाव चल रहा था। पुष्पा अपने पति से अलग शहर के मोहल्ला खड़ियायी में अकेली रहती थी। अवधेश का दूसरा पुत्र सुग्नेश अपने पिता के साथ बहरामपुर में ही रहता था।