सामूहिक बलात्कार के बाद दबंगों ने किशोरी को मारकर फूंका

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फर्रुखाबाद: कोतवाली कायमगंज क्षेत्र के ग्राम जिराऊ में एक किशोरी से उसके ही घर में आधा दर्जन लोगों द्वारा दुष्कर्म करने के बाद किशोरी की गला दबाकर हत्या कर दी। हत्या करने के बाद सुबह षड्यंत्र के तहत शव को गांव के ही बम्बे पर जलाकर सबूत भी मिटा दिये। कोतवाली पुलिस ने अभी तक पीड़ित की रिपोर्ट दर्ज नहीं की है। पीड़ित ने पुलिस अधीक्षक से न्याय की गुहार लगायी है।

जिराऊ गांव निवासी मीना देवी पत्नी सुग्रीव ने पुलिस अधीक्षक नीलाब्जा चौधरी को दिये गये प्रार्थना पत्र में कहा है कि उसकी 17 वर्षीय पुत्री 13 अप्रैल की रात में गांव में ही मेला देखने गयी थी। मेले से वापस आकर रात में लगभग साढ़े 11 बजे वह घर के नीचे के कमरे में सो गयी। वहीं मीना अपने पति के साथ छत पर सोई हुई थी। सुबह उठकर देखा तो पुत्री मृत अवस्था में नीचे चारपाई पर पड़ी थी। मीना जोर-जोर से रोने लगी। इस पर गांव के ही नीटू, अंकित पुत्रगण अरविंद, गोपाल, हरिओम पुत्रगण शमशेर सिंह, मनोज व धीरज सक्सेना पुत्रगण शम्भूदयाल आ गये। जिन्होंने कहा कि यदि रोओगी तो पुलिस आ जायेगी और तुम्हें पकड़ लेगी। इस पर नीटू, अंकित पुत्रगण अरविंद, गोपाल, हरिओम पुत्रगण शमशेर सिंह, मनोज व धीरज सक्सेना पुत्रगण शम्भूदयाल ने बेटी के शव को चारपाई सहित बम्बे पर ले जाकर जला दिया। पांच दिन तक ये लोग घटना पर पर्दा डालकर भरमाये रहे।

जब पूर्ण विश्वास हो गया कि एक षड्यंत्र के तहत इन्हीं लोगों ने पुत्री के साथ सामूहिक बलात्कार कर शव को बम्बे पर जलाया है तो मीना ने पुलिस अधीक्षक से 20 अप्रैल को प्रार्थनापत्र देकर गुहार लगायी। जिस पर पुलिस ने अभियुक्तों से साठगांठ कर मीना से सादा कागज पर अंगूठा लगवा लिये और अब पुलिस धमकी दे रही है। थाना पुलिस ने 18 दिन बीत जाने के बाद भी अभियुक्तों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज नहीं की हैं। पुलिस इस पूरी घटना पर पर्दा डालने का प्रयास कर रही है।

मीना ने बताया कि अभियुक्त उसे धमकी दे रहे हैं कि उसने पुलिस से शिकायत करके क्या कर लिया। पुलिस उन्होंने खरीद ली है। मीना ने पुलिस अधीक्षक से अभियुक्तों के विरुद्व रिपोर्ट दर्ज कराने की गुहार लगायी है। घटना के सम्बंध में जिलाधिकारी को भी पत्र सौंपा गया है।