शहर में फलफूल रहा ड्रग्स व स्मैक का कारोबार

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फर्रुखाबाद: पवित्र गंगा नदी के पावन तट पर बसे फर्रुखाबाद का इतिहास किसी से छिपा नहीं है। यहां पर कई महान विभूतियों ने जन्म लिया। जिनका नाम आज भी इतिहास के पन्नों में अंकित हैं लेकिन आज का आलम यह है कि राजनीति और प्रशासन के भंवरजाल में पड़कर शहर की ही क्या पूरे जनपद की स्थिति दयनीय है। तमाम नशा उन्मूलन कार्यक्रमों व जागरूकताओं के बावजूद प्रशासन उन लोगों को नशे के जाल से मुक्त नहीं करा पा रहा है। शहर में नशे की बजह से प्रति वर्ष सैकड़ों लोग मौत के आगोश में समा जाते हैं। बुधवार को जिले के नये जिलाधिकारी मुथुकुमार स्वामी तहसील परिसर का निरीक्षण कर रहे थे उसी समय जेएनआई के कैमरे में जो तस्वीर कैद हुई उसको देखकर यह अंदाजा लगाया जा सकता है कि जनपद के नशा व्यापारी व नशीले पदार्थों का सेवन करने वाले व्यक्ति के अंदर बिलकुल भी भय नहीं है।

बुधवार को दोपहर बाद जिलाधिकारी मुथुकुमार स्वामी तहसील परिसर में कर्मचारियों की क्लास लगा रहे थे उसी दौरान नगर पालिका कार्यालय के पास कुछ लोग स्मैक का नशा करने में मशगूल दिखे। उनके अंदर जरा भी भय नहीं दिखायी दिया।

बताते चलें कि पुलिस द्वारा कई बार इन्हीं नशेड़ी लोगों को चोरी करते पकड़ा गया। लोगों का मानना है कि स्मैक का नशा करने के बाद इन लोगों के अंदर से डर नाम की चीज बिलकुल निकल जाती है और यह लोग चोरी की बारदातों को बखूबी अंजाम देते हैं। शहर में आपको कई ऐसी जगह मिल जायेंगी जहां पर अक्सर इस तरह के नशेड़ी स्मैक व ड्रग्स का नशा करते नजर आ जायेंगे। प्रश्न यह उठता है कि जहां एक तरफ प्रशासन इस बात को मानने को तैयार नहीं कि इस तरह का कोई कुकृत्य शहर में हो रहा है। वहीं यह भी प्रश्न उठता है कि आखिर शहर के अंदर नशीले पदार्थ कहां से आ रहे हैं। इसको लेकर किसी भी ने आज तक प्रयास नहीं किया।

फिलहाल नशेड़ियों की तादाद दिन  प्रतिदिन शहर में बढ़ती जा रही है। यह नशा खरीदने के लिए पैसे न रहने पर यही नशेड़ी साइकिल, बाइक व दुकानों के ताले तोड़कर चोरी कर लेते हैं और पुलिस इन्हें इस बात पर छोड़ देती है कि अरे जाने दो नशेड़ी है………

वहीं पुलिस अधीक्षक नीलाब्जा चौधरी ने बताया कि इस तरह के नशा व्यापारियों पर बहुत ही जल्द कार्यवाही की जायेगी।