सपा प्रमुख मुलायम सिंह यादव के बाद अब भाजपा अध्यक्ष राजनाथ सिंह ने भी मध्यावधि चुनाव की आशंका जतायी है। उन्होंने कहा कि केन्द्र की गठबंधन सरकार में शामिल दलों में कोई सामंजस्य और तालमेल नहीं है इस कारण केन्द्र में मनमोहन सिंह की सरकार कभी भी गिर सकती है।
भाजपा अध्यक्ष ने कहा कि सरकार से प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह की पकड़ पहले ही कमजोर रही है अब और भी कमजोर होती जा रही है। उन्होंनें कहा कि सच तो यह है कि केन्द्र सरकार पर प्रधानमंत्री मनमोहन ङ्क्षसह का कभी नियंत्रण था ही नहीं। सरकार में शामिल तृणमूल कांग्रेस, द्रविड मुनेत्र कषगम और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी कामकाज के तरीके ने नाराज हैं। गठबंधन को लेकर प्रधानमंत्री के हाल में दिये बयान पर राकांपा के अध्यक्ष शरद पवार अपनी नाराजगी जता चुके हैं।
तृणमूल कांग्रेस की अध्यक्ष और पश्चिम बंगाल की मु यमंत्री ममता बनर्जी भी मनमोहन ङ्क्षसह सरकार के लिये परेशानी का सबब बन हुई हैं। उन्होंने कहा कि दरअसल लोकसभा में कांग्रेस के नेतृत्व वाले संप्रग सरकार के पास बहुमत के लिये 272 सांसद नहीं हैं। संसद के वर्तमान सत्र में दो बार यह साबित हो गया है कि सरकार के पास बहुमत के लायक सदस्यों की सं या नहीं है।
ऐसे में यह सरकार कभी भी गिर सकती है और लोकसभा चुनाव समय से पहले हो सकते हैं। उन्होंनें कहा कि ऐसा कोई महीना नहीं जाता जब केन्द्र सरकार के बड़े घोटाले की बात सामनें नहीं आती हो। अभी ताजा मामला कोयला खान आवंटन के घोटाले का है जिसमें हजारों करोड़ रूपये का नुकसान हुआ है। प्रधानमंत्री इस मामले में सफाई दे रहे हैं लेकिन सच तो यह है कि इससे केन्द्र सरकार की साख को धक्का लगा है।
इससे पूर्व 23 मार्च को लोहिया जंयती पर सपा अध्यक्ष मुलायम सिंह यादव ने भी लोकसभा के मध्यावधि चुनाव की आशंका जता चुके हैं। उन्होंने पार्टी कार्यकर्ताओं को लोकसभा तैयारियों में जुटने के भी आदेश दिये थे।