पुरानी रंजिश में वन विभाग के दलित चौकीदार की हत्या

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फर्रुखाबादः फतेहगढ़ के ग्राम निनौआ (खरउआ) निवासी दलित 35 वर्षीय वन चेतना केन्द्र चौकीदार राजेश उर्फ नन्हें जाटव पुत्र रामकृष्ण उर्फ किशनाई की बीती रात हत्या कर ग्राम टिकुरियन नगला के बाग में फेंक दिया गया।

बीते गुरुवार की शाम राकेश अपने घर से तकरीबन 6 बजे निकला व लौटकर घर वापस नहीं आया। सुबह खेतों में शौच के लिए गये लोगों ने बाग में क्षत विक्षत अवस्था में शव पड़ा हुआ देखा। शव इतनी बेरहमी से काटा गया कि उसके कपड़ों इत्यादि से लोगों ने उसकी पहचान राकेश जाटव के नाम से की। किसी ने राकेश के घर पर सूचना दी। मौके पर परिजन पहुंचे। परिजनों ने सीधे अनिल जाटव और साथ में काम करने वाला चौकीदार रामसनेही पर हत्या का आरोप लगाया है। घटना के बाद से उक्त दोनो आरोपी फरार हैं।
मृतक के 6 भाई हैं। सबसे छोटे जनार्दन की हत्या पहले ही हो चुकी है। राकेश तीसरे नम्बर का था। मृतक के भाई आशाराम ने बताया कि राजेश निनौआ स्थित वन चेतना केन्द्र में चौकीदार की नौकरी करता था। इसी के साथ रामसनेही पुत्र जौहर निवासी टिकुरियन नगला पपियापुर भी नौकरी करता था। आशाराम ने बताया कि तकरीबन 6 वर्ष पूर्व गांव के ही अनिल जाटव ने भाई जनार्दन की हत्या कर दी थी। लेकिन उस समय प्रधान ने समझौता कराकर मामले में समझौता करा दिया था। लेकिन अनिल अपनी दबंगई दिखाकर अक्सर धमकी देता रहता था कि एक को मार दिया और एक अभी और मारेंगे।
मौके पर पहुंचे शहर कोतवाल कालूराम दोहरे ने जांच पड़ताल शुरू कर दी।