कर्ज में डूबे व्यापारी ने फिरौती के लिये अपहरण के बाद मित्र की हत्या की या अवैध संबध बने कारण ??

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फर्रुखाबाद: शहर में हुए सनसनीखेज हत्याकांड के पीछे की जो कहानी सामने आ रही है उसके अनुसार कर्ज में डूबे व्यापारी केदार नाथ गुप्ता पुत्र डा. राम प्रकाश गुप्ता ने अपने ही मित्र का अपहरण कर हत्या करने का मामला सामने आ रहा है। पुलिस के अनुसार मामला अवैध सम्बंधों का भी हो सकता है। केदारनाथ गुप्ता की पत्नी की संदिग्ध परिस्थितियों में हुई मौत को भी अब पुलिस केदार की ही करतूत मानकर जांच में जुट गयी है। फिलहाल पुलिस ने मुख्य आरोपी केदारनाथ व उसके दो भाइयों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है। जिसमें दो भाइयों को जेल भेज दिया व केदारनाथ अभी भी फरार है। बीते बुधवार को गायब हुए फर्नीचर व्यापारी संजीव चावला के गायब होने के पीछे परिजनों ने अपहरण की आशंका जतायी थी। पुलिस सूचना के बाद संजीव चावला को ढूंढने में जुट गयी थी।

लालगेट स्थित केदारनाथ मेडिकल स्टोर की छत के ऊपर धुआं निकलने की आशंका होते ही परिजनों ने पुलिस को सूचना दी थी। केदार की छत पर कैमिकल से जली हुई लाश पुलिस ने बरामद की। शव इतना जला हुआ था कि उसको किसी भी तरह से पहचानना मुश्किल हो रहा था। जिस पर दोनो पक्षों के लोग एक दूसरे के ऊपर आरोप प्रत्यारोप जड़ रहे थे। लेकिन पुलिस की कार्यवाही के बाद संजीव चावला के परिजनों ने केदारनाथ व उसके दो भाई सोमनाथ व अमरनाथ के विरुद्व मुकदमा दर्ज कराने को तहरीर दी। पुलिस ने धारा 342, 386, 302 व 201 के तहत मुकदमा दर्ज कर लिया।
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार केदार व संजीव में अच्छी मित्रता थी। जिसको लेकर संजीव अक्सर मेडिकल पर आता जाता रहता था। केदारनाथ के परिवार में केदार के अलावा एक 14 वर्षीय पुत्र आयुष व एक पुत्री है। केदार की पत्नी की काफी समय पहले ही मौत हो चुकी है।

केदार के ऊपर काफी कर्जा था। जिसको लेकर केदार काफी परेशान व कर्जा उतारने की फिराक में रहता था। बीते दिनो संजीव चावला ने खानपुर में कुछ जमीन बेची थी। जिसकी कीमत तकरीबन 30 लाख बतायी जा रही है। जिसकी जानकारी भली प्रकार केदारनाथ को भी थी। सूत्रों के अनुसार संजीव का अपहरण कर रुपया हड़पकर कर्जा उतारने की साजिश केदारनाथ ने गड़ डाली। जिसको अंजाम देने के लिए केदारनाथ ने संजीव का अपहरण किया और अपहरण करने के बाद केदार की पत्नी के पास फोन किया कि उसके पति का अपहरण हो गया है। बाकी जानकारी एसएमएस द्वारा दे दी जायेगी। थोड़ी देर बाद मोबाइल पर एसएमएस भी आया जिसमें 25 लाख रुपये देने की बात कही गयी थी।

पुलिस की दूसरी थ्योरी के अनुसार मामला अवैध संबंधों का भी हो सकता है। अब किसके किससे अवैध संबंध थे, यह अभी किसी के सामने साफ नहीं है। केदार नाथ की एक महिला कर्मचारी का भी नाम चर्चा में आ रहा है। बताते है कि केदार की दूसरी पत्नी की भी संदिग्ध परिस्थितियों में मृत्यु हुई थी। पुलिस का मानना है कि केदार के हत्या कर बच जाने के विश्वास ने ही उसे दूसरी हत्या के लिये प्रेरित किया।

संजीव तीन दिनों से केदार नाथ के कब्जे में था। गुरवार को पुलिस व एसओजी द्वारा दबाव बनाने पर मामला तूल पकड़ता देख केदारनाथ ने पहले तो उसे कुछ नशीला पदार्थ खिलाया। उसके बाद उसके ऊपर घातक केमिकल डालकर हत्या कर दी। हत्या के बाद वह फरार हो गया। फिलहाल पुलिस ने केदारनाथ के भाई सोमनाथ गुप्ता व अमरनाथ गुप्ता को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया। पुलिस घटना की जांच पड़ताल में जुटी है। पूरा मामला केदारनाथ के सामने आने पर ही खुलने की संभावना जतायी गयी है।